पूर्व एमडी और सीईओ रमेश बावा अरेस्ट, आईएलऐंडएफएस मामले में दूसरी बड़ी गिरफ्तारी
मुंबई : इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (आईएलएंडएफएस) के पूर्व एमडी और सीईओ रमेश बावा को गिरफ्तार कर लिया गया है।?सूत्रों के मुताबिक ये गिरफ्तारी सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस की है।?बावा पर आरोप है कि उन्होंने आईएलएंडएफएस ग्रुप में रहते हुए फ्रॉड किया।?उल्लेखनीय है कि आईएलएंडएफएस के पूर्व वाइस चेयरमैन हरि शंकरन को इसी माह मुंबई गिरफ्तार किया गया और वह इस समय बायकुला डिस्ट्रिक्ट जेल में बंद हैं। उन पर अधिकारों के दुरुपयोग का कर बेईमानी की नीयत से कर्ज बांटने के आरोप हैं। हरि शंकरन पर आरोप है कि वह धोखाधड़ी में शामिल हुए और वैसी इकाइयों को कर्ज दिये, जो कर्ज देने लायक नहीं थे तथा उन्हें गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घोषित किया गया। इससे कंपनी तथा उसके कर्जदाताओं को नुकसान हुआ। जांच एजेंसी ने बताया है, आईएलऐंडएफएस फाइनैंशल सर्विसेज लिमिटेड ने डेट इंस्ट्रूमेंट्स और बैंक लोन के जरिये 17,000 करोड़ रुपये से अधिक का लोन लिया है। प्रविडेंड फंड, पेंशन फंड्स, ग्रैच्युटी फंड्स, म्यूचुअल फंड्स, पब्लिक ऐंड प्राइवेट सेक्टर बैंक ने कंपनी के डेट इंस्ट्रूमेंट में भारी निवेश किया है।
आईएल एंड एफएस पर 90,000 करोड़ रुपए का कर्ज : ग्रुप की कंपनियों ने सितंबर 2018 में कर्ज लौटाने में पहली बार डिफॉल्ट किया था। इसके बाद 1 अक्टूबर को सरकार ने इसके बोर्ड को भंग कर उदय कोटक की अध्यक्षता में नया बोर्ड बनाया। ग्रुप पर 90,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।