पेट और आंत के लिए काफी फायदेमंद हैं चॉकलेट
“हमने जीवाणुओं की प्रजाति के बीच में एक संबंध जोड़ने में सफलता प्राप्त की है. लैक्टोबारिसल रेयूटेरी पेट में पाए जानवाले जीवाणुओं में काफी सामान्य है और इसकी संख्या बढ़ने पर आंत संबंधी रोगों से बचाव होता है.”
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आंत संबंधी रोगों से बचाव
अमेरिका के सेंट लुइस स्थित वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसीन के द रार्बट रॉक बेलिवेयू के प्रोफेसर मार्को कोलोना का कहना है, “हमने जीवाणुओं की प्रजाति के बीच में एक संबंध जोड़ने में सफलता प्राप्त की है. लैक्टोबारिसल रेयूटेरी पेट में पाए जानवाले जीवाणुओं में काफी सामान्य है और इसकी संख्या बढ़ने पर आंत संबंधी रोगों से बचाव होता है.”
बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता
उन्होंने कहा, “चूहों को भोजन में जितना ज्यादा ट्रिप्टोफैन दिया गया, उनकी प्रतिरोधक क्षमता में उतनी ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई.” यह शोध साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है. मनुष्यों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली कोशिकाएं चूहों की कोशिकाओं जैसी ही होती हैं.