प्याज के इस नुस्खे से चुटकी भर में ठीक हो जाता है टाइफाइड
बुखार कभी भी किसी को भी हो सकता है। अगर बुखार का इलाज अच्छे से न किया जाए या रोगी की देखरेख न हो तो इससे टाइफाइड भी हो सकता है। टाइफायड बुखार अधिकतर दूषित खाने व दूषित पानी से होता है। टायफायड बुखार के लक्षणों में शरीर में ज्वर होना व लगातार शरीर के तापमान का बढ़ना या घटना महत्वपूर्ण लक्षण है। ऐसे ही कई अन्य लक्षण भी हैं।
टायफायड से ग्रसित व्यक्ति के रक्त और धमनियों में टायफायड बैक्टीरिया रहता है। साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया दूषित पानी से नहाने या पानी से खाद्य सामग्री धोकर खाने से फैल सकता है।
पेट में दर्द, सिर दर्द के अलावा भूख कम लगना भी इसके आम लक्षण है। इसके अलावा टायफायड में सुस्ती व कमजो़री आती है, उल्टी महसूस होती है। बुजुर्गों में कब्ज़ तथा बच्चों में दस्त भी हो सकता हैं। आंतों के संक्रमण के कारण शरीर के हर अंग में संक्रमण हो सकता है, जिससे कई अन्य संक्रमित बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
टाइफाइड का रामबाण इलाजः
प्याज का रस बहुत ही अहम और प्रभावशाली नुस्खा माना जाता है। राजीव दीक्षित ने इस नुस्खे की खोज की थी। इस बुखार में प्याज का रस पीने से बुखार जल्दी सही होता है और शरीर से बैक्टीरिया का भी खात्मा होता है। यदि मरीज को बार बार बुखार चढ़ रहा है तो उसे नियमित प्याज का रस पीना चाहिए। यह बुखार सही करने के साथ ही पेट का दर्द और कब्ज भी सही करता है।