नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से अपने श्रीलंकाई दौरे के लिए जाऐंगे। गौरतलब है कि उनका यह दौरा बुद्धजयंती के एक दिन बाद प्रारंभ हो रहा है। यहां उनका दो दिवसीय दौरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र की ओर से मान्यता प्राप्त 14 वें अंतर्राष्ट्रीय वैशाख दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर निमंत्रित किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय पांडा द्वारा कहा गया कि श्रीलंका में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय वैशाख दिवस मनाया जा रहा है। श्रीलंका पहुंचकर वे श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से मिलेंगे।
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गौरतलब है कि श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे बीते माहों में भारत आ चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौर की थीम समाज कल्याण और विश्व शांति हेतु बुद्ध के संदेश हैं। इस समारोह में विभिन्न देशों के नेताओं को आमंत्रित किया जा रहा है। इसमें धार्मिक नेता भी पहुंचेंगे। बौद्ध परंपरा के करीब 400 प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे ऐसे में माना जा रहा है कि बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा भी इसमें पहुंच सकते हैं
दूसरी ओर दलाई लामा का विरोध करते रहने वाले चीन के राजनीतिक नेता भी यहां पहुंच सकते हैं लेकिन इस मामले में अभी तक किसी भी तरह की पुष्टि नहीं हुई है। इस समारोह में भारत के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रेत शिल्पकार सुदर्शन पटनायक श्रीलंका की संसद के नजदीक विशेष वेसक क्षेत्र में भगवान बुद्ध की विश्व की सबसे बड़ी रेत प्रतिमा का निर्माण करेंगे।
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पहुंचने के बाद कालंबो के गंगारमाया मंदिर पहुंचेंगे। इस दौरान वे मंदिर में पूजन करेंगे। इसके बाद वे ऐसे मंदिर पहुंचेंगे जहां भगवान गौतम बुद्ध का दांत रखा गया है इसे कैंडी मंदिर कहा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम पाल्लेकेले स्थित श्रीलंकाई अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध अकादमी जाने का भी है। यहां पर वे कांडयान नृत्य संकाय की आधारशिला रखेंगे। पीएम मोदी मध्य पहाड़ी जिले में भारत की मदद से बनने वाले मल्टी स्पेशियलटी अस्पताल का लोकार्पण करेंगे। इस प्रोजेक्ट में भारत ने 150 करोड़ रूपए की मदद की है।