प्रसिद्ध वैज्ञानिक और नोबल विजेता प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में निधन
अपनी सफलता का राज बताते हुए मशहूर वैज्ञानिक हॉकिंग ने कहा था कि उनकी बीमारी ने उन्हें वैज्ञानिक बनाने में सबसे बड़ी भूमिका अदा की है। बीमारी से पहले वह अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे लेकिन बीमारी के दौरान उन्हें लगने लगा कि वे लंबे समय तक जिंदा नहीं रहेंगे तो उन्होंने अपना सारा ध्यान रिसर्च पर लगा दिया। हॉकिंग ने ब्लैक हॉल्स पर रिसर्च की है।
वह मौत से नहीं डरते थे उन्होंने एक बार कहा था कि वह पिछले 49 सालों से मैं मरने का इंतजार कर रहा हूं। लेकिन मैं यह भी कहना चाहता हूं कि मुझे मरने की कोई जल्दी नहीं है। मेरा जन्म बहुत सारे काम करने के लिए हुआ है और जब तक मैं सारे काम नहीं कर लूंगा मैं इस दुनिया को छोड़ कर नहीं जाउंगा।
वह हमेशा लेक्चर के दौरान कहा करते थे इंसान को हमेशा सितारों की तरफ देखना चाहिए न कि अपने पैरों की ओर। सितारे आपको आगे बढ़ने की शक्ति देते हैं। वहीं वह यह भी कहा करते थे कि जिंदगी में कोई भी काम छोटा नहीं होता है बल्कि काम ही आपको जीने का मकसद देता है। अगर किसी आदमी की जिंदगी में काम नहीं होता है तो उसकी जिंदगी में जीने का कोई मकसद नहीं होता है।
एक बार तो उन्होंने प्यार पर भी कहा था कि आप खुशकिस्मत हैं अगर आपकी जिंदगी में आपको कोई प्यार करने वाला है। और हमेशा उस प्यार का आदर करें और उसे अपनी जिंदगी से बाहर न जाने दें।