फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने से क्षेत्रीय प्रतिभाओं को मिलेगा अवसरः विनय तिवारी
‘मिस टनकपुर हाजिर हो’ फिल्म के निर्माता-निर्देशक से ‘डी.एन. वर्मा’ की बातचीत
लखनऊ। फिल्म ‘मिस टनक पुर हाजिर हो’ के निर्माता निर्देशक विनय तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के चलते सूबे में अनेक फिल्म बन रही हैं। यह फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने का शुभ संकेेत है। इसके लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाकई सराहनीय काम किया है। इससे राज्य की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और राजस्व भी मिलेगा। विनय तिवारी मिस टनक पुर हाजिर हो फिल्म के लिए मुख्यमंत्री से सब्सिडी लेने केे लिए राजधानी में आए हुए थे। उन्होंने दस्तक संवाददाता से बातचीत में बताया कि मिस टनक पुर हाजिर हो फिल्म पिछले साल रिलीज हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग हापुड़ जिले के रसूल पुर गांव में की गयी थी। फिल्म में अन्नु कपूर, रचिता सिंह, रवि किशन और राहुल बग्गा ने अभिनय किया था। इस फिल्म में स्थानीय कलाकारों को भी लिया गया था। फिल्म की कथा राजस्थान की सही घटना है जहां एक किसान को भैंस के साथ बलात्कार करने के आरोप में जेल भेज दिया जाता है। गांव के दबंगों के झूठे आरोप का शिकार ग्रामीण होता है। फिल्म मे गीत कई हैं। इसे फाक्स चैनल और स्टार मूवी चैनल ने रिलीज किया जिसे जनता ने पसंद किया। इस फिल्म को राज्य सरकार ने मनोरंजन कर से मुक्त किया था।
फिल्म निर्देशक बताते हैं कि इसके पहले उन्होंने ‘मोहल्ला अस्सी’ बनायी थी जिसका मुकदमा विचाराधीन है। वह अगले साल इस फिल्म को रिलीज कराना चाह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा वह अगले साल अनुराग कश्यप के साथ नई फिल्म की शूटिंग प्रदेश में करेंगे। विनय कहते हैं कि हापुड़ में शूटिंग करना उनके लिए रोमांचकारी अनुभव रहा। उन्हें लगता है कि यदि सरकार इसी तरह फिल्म उद्योग के लिए काम करती रही तो इसके बाद राज्य को फिल्म क्षेत्र में अव्वल करने से कोई नहीं रोक सकता। पिछले साल प्रदेश में बनी ‘मिस टनक पुर हाजिर हो’ फिल्म को राज्य सरकार की ओर से 37 लाख 22 हजार की सब्सिडी मिली है।