फुड पार्क पर राहुल-ईरानी में जंग
नई दिल्ली: आज फिर गरमाया अमेठी के फूड पार्क का मुद्दा और आज एक साल बाद फिर इसी मुद्दे पर आमने सामने आ गए हैं राहुल गांधी और स्मृति ईरानी. साल भर पहले चुनाव था और अब सत्ता और विपक्ष की वो जंग है जिसमें मुद्दा बना है राहुल का तथाकथित ड्रीम प्रोजेक्ट यानी अमेठी का वो शक्तिमान मेगा फूड पार्क जो मंजूरी मिलने के चार साल बाद यानी साल 2014 में रद्द किया जा चुका है। साल भर पहले अमेठी के चुनावी मैदान में आमने सामने थे। अमेठी के युवराज राहुल गांधी और बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी. साल भर पहले स्मृति ईरानी राहुल गांधी से वो लोकसभा की चुनावी जंग हार गई थीं। साल भर बीत चुका है। सरकार बदल चुकी है. और अब एक बार फिर आमने सामने हैं राहुल और स्मृति। इस बार राहुल विपक्ष में हैं और स्मृति मोदी सरकार में मानव संसाधन मंत्री – और दोनों के बीच फिर ताजा जुबानी जंग छिड़ गई है। राहुल तो दिल्ली में हैं लेकिन स्मृति ईरानी उसी अमेठी फूड पार्क के मुद्दे को लेकर जा पहुंची हैं अमेठी जिसे पिछले हफ्ते खुद राहुल गांधी ने उठाया था।
स्मृति ईरानी तो यहां तक कह रही हैं कि आखिर एक मौजूदा सांसद अमेठी फूड पार्क के मुद्दे पर हारी हुई स्मृति ईरानी से क्यों गुहार लगा रहा है? आरोपों और प्रत्यारोंपों के बीच जनता पूछ रही है कि आखिर सच कौन बोल रहा है स्मृति ईरानी और उनकी सरकार? या फिर राहुल गांधी और उनका कांग्रेस परिवार? अमेठी की उस 72 एकड़ जमीन का ऐसा टुकड़ा है जहां साल 2013 में राहुल गांधी ने शक्तिमान मेगा फूड पार्क प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. साल 2013 में इसी प्रोजेक्ट के शिलान्यास के वक्त राहुल ने 30 हजार किसानों की किस्मत बदलने का दावा किया था।