अन्तर्राष्ट्रीय
फ्रांस राष्ट्रपति चुनाव: कांटे की टक्कर के बीच पेन को पछाड़ आगे निकले मैक्रोन
यूरोपीय संघ के लिए अहम माने जाने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव की तस्वीर अब बिल्कुल साफ हो गई है। पहले चरण के मतदान में मध्यमार्गी इमैनुएल मैक्रोन और घोर दक्षिणपंथी नेता मरीन ली पेन के बीच कांटे की टक्कर रही। बताया जा रहा है कि मैक्रोन ने पेन को पछाड़ दिया है। रविवार को पिछली बार के मुकाबले दो फीसदी ज्यादा वोट पड़े हैं। करीब 80 फीसदी इस बार वोटिंग हुई है।
ऐसा माना जा रहा है कि राजनीति में पांव जमाने की कोशिश कर रहे इमैनअुल जानी मानी नेता मरील ली पेन पर भारी पढ़ रहे हैं। शुरुआती रुझानों के मुताबिक मैक्रोन को 23-24 फीसदी जबकि पेन को 21.6-23 फीसदी मत मिले। इससे स्पष्ट है कि 7 मई को दूसरे चरण के चुनाव में पेन और मैक्रोन के बीच सीधा मुकाबला होगा।
इससे पहले भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच रविवार को राष्ट्रपति पद के लिए पहले दौर का मतदान हुआ। अंतरराष्ट्रीय समयानुसार मतदान केंद्र सुबह छह बजे खोले गए और अधिकांश शहरों में शाम पांच तक मतदान हुए, कुछ बड़े शहरों में शाम छह बजे तक मतदान चला।
नेशनल फ्रंट की 48 वर्षीय नेता ली पेन को सुरक्षा खतरों के मुद्दे का लाभ मिलने की उम्मीद है, क्योंकि अपने प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने सुरक्षा मुद्दे को काफी प्रमुखता से उठाया था। पेन फ्रांस को यूरो जोन से बाहर करना चाहती हैं और उन्होंने देश को यूरोपीय संघ से बाहर करने की भी धमकी दी है। वहीं ईयू समर्थित 39 वर्षीय मैक्रोन जीते तो वे फ्रांस के अब तक के सबसे युवा राष्ट्रपति होंगे। पहले चरण के चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे।