नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि बंगलुरु में रविवार को हुआ कम तीव्रता का विस्फोट ‘आतंकवादी हमला’ था और इसमें प्रतिबंधित संगठन ‘सिमी’ का हाथ हो सकता है। रिजिजू ने कहा कि निश्चित रूप से यह आतंकवादी हमला है। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे। क्या हमले के पीछ स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का हाथ है? यह पूछे जाने पर रिजिजू ने कहा कि हमें देखना होगा कि घटना के तार कहां से जुडेम् हैं। यदि यह वही मॉडय़ूल है, जो यहां काम कर रहा है तो इसकी संभावना है। लेकिन जब तक इस दिशा में हम आश्वस्त नहीं हो जाते, हम किसी प्रकार का बयान नहीं दे सकते। लेकिन इसकी आशंका है।
रिजिजू ने कहा कि हमने अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार किया है, हम और चौकस हुए हैं। इसलिए, हमें यह देखना होगा कि हमारी तैयारी और अभियान को लेकर हमारा मानक और खुफिया नेटवर्क, सभी बढ़ाने की जरूरत है। यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय दौरे को देखते हुए ऐसे हमले का पूर्वानुमान था, रिजिजू ने कहा, ”ऐसार कोई अनुमान नहीं था। कोई भी इस तरह की घटना की कल्पना नहीं करता, लेकिन जब यह होता है, तो यह चिंता का विषय है।” इस बीच, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राजनाथ सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेंगे और बंगलुरु विस्फोट के बाद के हालात पर चर्चा करेंगे। अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को यह मामला सौंपने की संभावना पर भी विचार करेंगे। उन्होंने बताया कि एनआईए के दो अधिकारी बंगलुरु पहुंच चुके हैं। एजेंसी