बंगले में तोड़फोड़ पर अखिलेश ने कहा- बीजेपी की जी टोंटी चाहिए बता दे, मैं भिजवा दूंगा
सरकारी बंगले में तोड़फोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ी है. योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि उनपर टोंटी खोलने का आरोप लगाया जा रहा है. पू्र्व सीएम ने कहा कि फिलहाल वह लखनऊ से बाहर हैं और वापस लौटते ही सबसे पहले टोंटी खरीद कर भिजवा देंगे.
अखिलेश ने कहा, ‘अखबार लिख रहे हैं कि हम टोंटी ले गए. बीजेपी सरकार को जो टोंटी चाहिए, मैं भिजवाने को तैयार हूं. अभी दो दिन सैफई में हूं, दो दिन बाद लखनऊ जाऊंगा, बताकर जाऊंगा. जो टोंटी अच्छी होगी दे दूंगा. कह रहे हैं आवास में तोड़फोड़ कर दी है. हमारा समान था, ले गए. अगर आप का एक भी सामान हमने लिया है तो सूची भिजवा देना, इसी एक्सप्रेसवे से सामान भिजवा देंगे.’
यही नहीं, अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि अगर मैं वाइट हाउस में रहता था तो बाकी क्या ब्लैक हाउस में रहते हैं. बीजेपी पर वार करते हुए अखिलेश ने कहा कि हमारा घर खाली करा दिया. नेता जी का भी करा दिया. हमारा नया गठबंधन बना है, बसपा नेता का भी घर खाली करा दिया.
पार्टी भी उतरी बचाव में
इस बीच अखिलेश यादव के बचाव में पार्टी भी कूद पड़ी है. बंगले में तोड़फोड़ के आरोपों को खारिज करते हुए समाजवादी पार्टी ने उलटा सरकार पर पूर्व सीएम को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगा दिया. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील राजन ने कहा कि उपचुनाव में हार की खीज मिटाने के लिए बीजेपी द्वारा तोड़फोड़ कराई गई.
दरअसल लखनऊ के चार विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पुराने सरकारी बंगले के भीतर की जब तस्वीर सामने आई तो हर कोई हैरान था. फर्श की टाइलें उखड़ी हुई थीँ. दीवारों में तोड़फोड़. हर कमरे में तोड़फोड़ के निशान. इन तस्वीरों के सामने आने के बाद आरोप लगा कि अखिलेश ने अपनी विलासितापूर्ण जिंदगी के सबूत छिपाने के लिए ये सब किया है.
खंडहर में तब्दील बंगला
सवाल ये है कि आखिर सरकारी बंगले में ऐसी कौन सी चीजें लगी थीं जिन्हें अखिलेश यादव ने बंगला खाली करते समय या तो अपने साथ ले गए या तहस-नहस करवा गए. बंगले में छत से लेकर फर्श और बैडमिंटन कोर्ट तक उखड़ा पड़ा है. फर्श से टाइल्स उखड़ी हुई हैं, फ्लोर कारपेट को फर्श से निकलवाया दिया गया है, स्विच समेत बिजली की वायरिंग तक निकाल ली गईं हैं. हर कमरे में तोड़फोड़ हुई. एसी से लेकर स्विच बोर्ड तक गायब थे.
सरकार का गंभीर आरोप
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पहले सरकारी बंगले में महंगे सामान लगाए गए. सौ-सौ एसी, इटली की टाइल्स, फ्लोरिंग आदि लगाई गई और जब बंगला खाली करने की नौबत आई तो सबकुछ छुपाने के लिए लिए ये तोड़फोड़ की गई. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, ‘ये लोग आलीशान जीवन जीते थे और अपना आवास इसी प्रकार बनाते थे. इन्होंने गरीबों के खून पसीने की कमाई को लूटकर अपने-अपने बंगले में 100 करोड़ रुपये लगाए हैं. आप राजनाथ सिंह का बंगला देखिये, कल्याण सिंह बंगला देखिये वहां ये सब नहीं लगा है.’