दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के काफिले के लिए पुलिस वालों ने ऐम्बुलेंस को आगे नहीं जाने दिया। इस अंबुलेंस में हार्ट अटैक का मरीज था, जिसकी जान को खतरा था। लेकिन ममता की पुलिस ने मरीज के परिजनों की तमाम गुहारों के बाद भी ऐम्बुलेंस को आगे नहीं बढऩे दिया।इतना ही नहीं जब मरीज के परिवार के लोग पुलिस के आगे हाथ जोड़कर गुहार लगाते रहे, लेकिन ममता की पुलिस इस कदर निर्मम हो गई कि कई पुलिसकर्मियों ने ऐम्बुलेंस में लेटी महिला की नब्ज को देखा और कहा कि वह इतनी गंभीर नहीं है, इलाज के लिए रूका जा सकता है। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी पूर्वी मिदनापुर के दीघा से वापस लौट रही थीं। हालांकि पुलिस को यह भी साफ नहीं था कि वह हवाई मांर्ग से आएंगी या सड़क के रास्ते से। आखिर में ममता ने हेलिकॉप्टर का ही रास्ता चुना।इस दौरान पुलिस ने करीब 20 मिनट तक रोके रखा। इस दौरान मेहेरजन बेगम नाम की महिला मरीज सांस लेने के लिए भी संघर्ष कर रही थीं। बेगम के परिजनों का कहना है कि जरा सी देरी हुई होती, तो जान का भी खतरा बन सकता था। हालांकि बाद मे सीनियर अधिकारियों के पसीजने के बाद ऐम्बुलेंस को निकलने का रास्ता दिया गया। डॉक्टर के मुताबिक, मेहरजन का हार्ट पूरी तरह ब्लॉक हो गया था।