कोलकाता: दक्षिण बंगाल में बाढ़ की स्थिति अभी भी विकट बनी हुई है। मरने वालों की संख्या बढ़कर तकरीबन 50 हो गई है जबकि 2.14 लाख लोगों ने बाढ़ से प्रभावित 12 जिलों के 1537 राहत शिविरों में आश्रय लिया है। मौसम विज्ञानियों ने अगले 24 घंटे में और बारिश होने का अनुमान जताया है। आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभिन्न जिलों से नौ और लोगों के मरने की खबरें आई हैं। इसके साथ ही बारिश और बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। सूत्रों ने बताया, ‘‘2.14 लाख से अधिक लोगों को आश्रय देने के लिए कुल 1537 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और 204 चिकित्सा शिविरों को खोला गया है।’’ उन्होंने कहा कि तकरीबन 37 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि 38 हजार 46 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और दो लाख पांच हजार 901 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ के कारण चार लाख 72 हजार 645 हेक्टेयर क्षेत्र पर फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वे चौबीस घंटे स्थिति की निगरानी करें और तत्काल उचित कदम उठाएं। राज्य के सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने कहा, ‘‘यद्यपि वर्षा कम हुई है लेकिन वर्द्धधमान, हुगली, हावड़ा, पश्चिमी मिदनापुर जिलों में स्थिति जस की तस बनी हुई है क्योंकि ऊपरी दलदली क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद विभिन्न बैराजों से उसी मात्रा में पानी छोड़ा गया है।’’ उन्होंने बताया कि बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, नदिया और मुर्शिदाबाद जिले के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र शामिल हैं। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल तट से लगे और उससे दूर के क्षेत्रों में सागर अशांत रहेगा। उसने मछुआरों को पानी में उतरने के प्रति आगाह किया।