बच्चे को दें प्रौत्साहन
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा एक बेहतर और सफल इंसान बने तो उसे प्रौत्साहन दें और उसकी बातों को ध्यान से सुनें। अपने बच्चे की ज़िन्दगी में एक असरदार प्रभाव छोड़ पाना आपकी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। अगर आप अपने बच्चे की बात कभी नहीं सुनेंगे और हमेशा उन पर चिल्लाते रहंगे तो उन्हें लगेगा की आपको उनकी न ज़रुरत है न परवाह।
अपनी बातें सबके सामने रखना सिखाएं
अपने बच्चे को बात करने का प्रोत्साहन दें। उन्हें अपनी बातें सबके सामने रखना सिखाएं ताकि आगे चलके वे औरों से भी सही से बात कर पाएं। दोस्तों के सामने उसे डांटें नहीं। यह याद रखें की आपका बच्चा एक इंसान है जिसकी कुछ ज़रूरतें और चाहतें हैं। अगर वह ढंग से खाना नहीं खाता हो तो हमेशा खाते वक़्त उसे टोके नहीं। अगर आपने अपने बच्चे से वादा किया है की वो अच्छे से रहेगा तो उसे बाहर ले जायेंगे और घुमाएंगे तो अपना वादा भी पूरा करें। अगर आप बच्चे को इज्ज़त देंगे तभी बच्चा भी आपको वह इज्ज़त दे पायेगा जो आप चाहते हैं ।
हर कदम पर दें साथ
अपने बच्चे को बोलें की आप उसे प्यार करते हैं। अपने बच्चे की हर गतिविधि में शामिल रहे। यह बहुत मेहनत और परिश्रम का काम है पर अगर आप अपने बच्चे को उसका चरित्र और शौक विकसित करने के लिए प्रोत्साहन देना चाहते हैं तो आपको उसका एक मज़बूत सहारा बनना पड़ेगा। इसका मतलब ये नहीं की आप साए की तरह बच्चे का पीछा करें बस उसके हर छोटे कदम में उसका साथ दें। एक बार आपका बच्चा स्कूल जाने लगे तो आपको मालूम होना चाहिए की वो कौनसी क्लास में है और उसकी अध्यापिकाओं का नाम क्या हैं। अपने बच्चे का गृहकार्य ख़त्म करने में उसकी मदद करें और कोई मुश्किल कार्य मिले तो वो करने में उसकी सहायता करें पर उसे उसका काम स्वयं करने दें|
जैसे जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाये आप थोड़ी आजादी दे सकते हैं और साथ के साथ उसके शौक़ पूरे करने के लिए उसे प्रोत्साहित भी कर सकते हैं।अपना काम करने आजादी दें आप अपने बच्चे का साथ निभाएं लेकिन उसे अपनी पसंद के शौक़ पूरे करने की आजादी दें। उसे यह न बताएं की उसे क्या पड़ना चाहिए उसे खुद उनका चुनाव करने दें। आप उसे तैयार होने में मदद करें लेकिन जब उसके लिए कपडे लेने जायें तो उसकी राय ज़रूर पूछें। अगर वो अपने दोस्तों या खिलोनों के साथ अकेले खेलना चाहिए तो उसे ऐसा करने दें इससे उसे अपनी पहचान बनाने में आसानी होगी ।