उत्तर प्रदेशलखनऊ

बच्चों में शुरू से ही वैश्विक दृष्टिकोण का विकास करेंः मौर्य

सीएमएस के  ‘नेशनल प्रेजेन्टेशन’ समारोह में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बोले
रंगारंग शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सीएमएस छात्रों ने दिया एकता व शान्ति का संदेश
लखनऊ मई। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा सी.आई.एस.वी. मिनी कैम्प का नेशनल प्रेजेन्टेशन समारोह विद्यालय के ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में श्री मौर्य ने अभिभावकों का आहवान किया कि बच्चों में प्रेम व भाईचारा की भावना का संचार करने हेतु प्रारम्भ से ही वैश्विक दृष्टिकोण का विकास करें, ऐसे ही बच्चे आगे चलकर मानव जाति का गौरव बनेंगे। श्री मौर्य ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास में विशेष सहायक हैं। बाल शिविर में बच्चों के साथ-साथ रहने से उनमें सहयोग की भावना का विकास होता है एवं उनमें शान्ति, एकता एवं आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है। विदित हो कि सी.आई.एस.वी. मिनी कैम्प के अन्तर्गत छात्रों ने दो दिनों तक साथ-साथ रहकर विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व बन्धुत्व का प्रशिक्षण प्राप्त किया तथापि ‘नेशनल प्रेजेन्टेªशन समारोह’ के साथ सी.आई.एस.वी. मिनी कैम्प का विधिवत समापन हुआ।
    इससे पहले, नेशनल प्रेजेन्टेशन समारोह में छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लघु विश्व का अनूठा दृश्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तथापि विश्व एकता व विश्व शान्ति से ओतप्रोत प्रेरणादायी प्रस्तुतीकरण द्वारा सभी को विश्व में एकता व शान्ति के महत्व से अवगत कराया। सी.आई.एस.वी. नेशनल प्रजेन्टेशन समारोह के अन्तर्गत जहाँ छात्रों ने देश-विदेश के लोक नृत्यों का पारम्परिक रंग-बिरंगी वेशभूषा में प्रस्तुतीकरण करके हँसते-गाते एक विश्व परिवार की अनुभूति करायी तो वहीं दूसरी ओर एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर मल्टी मीडिया के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविरों के उद्देश्य एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
    समारोह में अभिभावकों व छात्रों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या मंजीत बत्रा ने कहा कि प्रत्येक बच्चा धरती का प्रकाश बन सकता है। इसके लिए जरूरी है कि उसे उद्देश्यपूर्ण शिक्षा मिले और एक स्नेहमयी वातावरण में उसका बहुमुखी विकास हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो आगे आने वाली पीढ़ियों को संरक्षण व सुरक्षा प्रदान करे। सी.आई.एस.वी. (भारत) के यू.पी. चैप्टर के प्रेसीडेन्ट एवं सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. किताबी ज्ञान के साथ साथ मानवता की शिक्षा देकर बच्चों का सम्पूर्ण विकास करने को प्रतिबद्ध है और आज का यह कार्यक्रम इन्हीं विचारों का साकार रूप है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में ऐसे प्रयासों की जरूरत है जिससे प्रत्येक बालक को घर व विद्यालय दोनों जगह विश्व शान्ति एवं विश्व एकता के विचार मिल सकें। सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या संगीता बनर्जी ने अभिभावकों के अपार सहयोग हेतु हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।

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