बडगाम हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कुछ देर पहले ही दागी एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल
गौरतलब है कि इस दुर्घटना में वायुसेना के छह अधिकारियों सहित एक आम नागरिक की मौत हो गई थी। अखबार की रिपोर्ट के अनुसार जांचकर्ता सभी घटनाओं की सिलसिलेवार जांच कर रहे हैं जो उस दिन घटित हुई थीं। यह भी देखा जा रहा है कि दुर्घटना के पहले मित्र या दुश्मन की पहचान करने वाला सिस्टम चालू था या नहीं। इसमें दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई की जा सकती है।
इस्रायल में बनी थी फायर की गई मिसाइल
जांचकर्ता यह भी देख रहे हैं कि मिसाइल को रोकने के लिए मिसाइल डिफेंस फ्लेम का उपयोग किया गया था या नहीं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एयर डिफेंस मिसाइल इस्रायल में निर्मित थी, जिसे पुलवामा हमले के बाद सीमा पर चल रही तनातनी को देखते हुए तैनात किया गया था।
क्या हुआ था उस दिन
बालाकोट एयर स्ट्राइक का जवाब देने के लिए 27 फरवरी को पाकिस्तान के 25 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने भारतीय वायुक्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी। जिसका जवाब देने के लिए भारत ने सीमा पर वायु सुरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया था। पहले से जारी खुफिया अलर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तानी जेट विमान भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर सकते हैं।
यूएवी और हेलीकॉप्टर में गलतफहमी
इसके अलावा इस बात की भी सूचना थी कि पाक ने कुछ सशस्त्र यूएवी भी तैनात किए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टर और यूएवी की उड़ान में समानता के कारण गलतफहमी हो गई हो। क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो संभावना थी कि पाक के ड्रोन्स भारतीय एयरबेस को निशाना बना सकते थे।
क्या एयर डिफेंस अलर्ट के बाद नियमों के पालन में हुई थी लापरवाही
रिपोर्ट में बताया गया कि जब एयर डिफेंस अलर्ट जारी होता है तो कई नियम ऐसे हैं जिनको परिवहन विमान और हेलीकॉप्टरों को पालन करना अनिवार्य होता है। उनके उड़ान का पथ भी पहले से निर्धारित होता है। इसके अलावा विमान को अपने मित्र या दुश्मन पहचान स्विच को ऑन करना होता है। जांचकर्ता उन सभी खामियों की पड़ताल कर रहे हैं जिससे यह दुर्घटना हुई।