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बहन संग रिश्वत लेते पकड़ाई BJP की पूर्व मेयर, चेहरा छिपाकर लगाईं दौड़

mayor-of-nagpur_144485980दस्तक टाइम्स/एजेंसी. महाराष्ट्र :  नागपुर. भाजपा नेता और नागपुर की पूर्व महापौर कल्पना प्रकाश पांडे (53) और उनकी प्रिंसिपल बहन भारती राजेंद्र पांडे (49) को बुधवार की सुबह एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने अरेस्ट किया। दोनों बहनों पर आरोप है कि उन्होंने रिटायर्ड टीचर्स के पेंशन दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांगी थी। एसीबी ने कल्पना पांडे और उनकी बहन भारती पांडे को स्पेशल कोर्ट के जज के.जी. राठी की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों बहनों को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। जब एसीबी की टीम कल्पना को अरेस्ट करने पहुंची तो अधिकारी और मीडिया वालों को देख मुहं छिपाकर भागने लगी, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया। इस बीच पूर्व महापौर कल्पना पांडे ने कहा कि मेेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। मैं जांच के लिए तैयार हूं।
50 हजार की रिश्वत मांगी
एसीबी के सूत्रों के अनुसार, वर्ष 1999-2000 के दरमियान कल्पना पांडे नागपुर की महापौर थीं। मौजूदा समय में वे वर्धमान नगर स्थित वी.एम.वी. कॉलेज में सहायक टीचर हैं। कल्पना पांडे गांधीबाग स्थित छन्नूलाल नवीन विद्याभवन टीचर एज्युकेशन सोसाइटी की अध्यक्ष हैं। उक्त संस्था द्वारा संचालित छन्नूलाल नवीन विद्याभवन विद्यालय गांधीबाग में उनकी बहन भारती पांडे प्रिंसिपल हैं।
 
स्कूल से दो माह पहले सपना जयसिंघानी रिटायर्ड हुईं थीं। सपना ने संस्था के कार्यालय में रिटायर्ड होने के बाद पेंशन के लिए सारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए आवेदन किया। रिटायर्ड टीचर ने आरोप लगाया है कि इस आवेदन पर हस्ताक्षर करने के लिए कल्पना पांडे और उनकी बहन भारती पांडे ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत मांगने पर रिटायर्ड टीचर ने एसीबी कार्यालय में पहुंचकर अधीक्षक राजीव जैन से शिकायत की। एसपी जैन ने मामले की छानबीन कर कार्रवाई का आदेश दिया। एसीबी कार्यालय के अधिकारियों ने 10 सितंबर 2015 और 6 अक्टूबर 2015 को गवाहों के समक्ष मामले की छानबीन की। एसीबी ने वाइस रिकॉर्ड भी जांच के लिए भेजा।
 
दो दस्ते निकले
एसीबी ने बुधवार की सुबह करीब 6.30 बजे रिश्वत मांगने के आधार पर तहसील थाने में दोनों बहनों के खिलास केस दर्ज कराया। थाने में अपराध दर्ज होने के बाद एसीबी ने दो दस्ते तैयार किया। एक दस्ते ने कल्पना पांडे के हनुमान नगर स्थित फ्लैट पर और दूसरा दस्ता भारती पांडे के विश्वकर्मा नगर स्थित घर पर छापा मारा। बुधवार को पांडे बहनों के घर पर एसीबी की कार्रवाई चलती रही। दोनों बहनों के घरों से एसीबी के हाथ कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं लगे। दोनों बहनों को अदालत में पेश किया गया, जहां वे जमानत पर रिहा हो गईं।
 
कॉलेज से किया गिरफ्तार
 
बुधवार को जब एसीबी दस्ता पूर्व महापौर कल्पना पांडे के निवास पर पहुंचा तब दस्ते को पता चला कि वे कॉलेज में पढाने गईं हैं। तब एसीबी का एक दस्ता सुबह करीब 7.30 बजे वी.एम.वी. कॉलेज में पहुंचकर कल्पना पांडे को हिरासत में लिया। उनकी बहन भारती पांडे को उनके घर से ही गिरफ्तार किया। दोनों बहनों को लाइंस स्थित एसीबी के अधीक्षक कार्यालय में ले जाया गया। कल्पना पांडे की गिरफ्तारी की गूंज मुंबई तक सुनाई दी। बताया जाता है कि एसीबी ने जिस समय उन्हें कॉलेज में गिरफ्तार किया वे क्लास में पढ़ा रहीं थीं।
 
आरोप निराधार, जांच के लिए तैयार : पूर्व महापौर कल्पना पांडे ने कहा कि बुधवार की सुबह एसीबी द्वारा मुझे पता चला कि छन्नूलाल नवीन विद्या भवन गांधीबाग से रिटायर्ड टीचर सपना जयसिंघानी ने 50 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। वास्तविकता यह है कि जुलाई महीने में ही वे सेवानिवृत हो चुकीं हैं। उनके पेंशन के दस्तावेज जनवरी में ही भेजे जा चुके हैं। उनसे किसी भी मामले में पैसा नहीं मांगा गया। मुझ पर आरोप निराधार हैं। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। एजी ऑफिस से स्कूल को एक पत्र मिला था, जिसमें उनकी पगार गलती से ज्यादा निकलने का उल्लेख था। यह सूचना उन्हें और बैंक को पत्र द्वारा प्रेषित की गई थी। इस संबंध में उनसे बातचीत हो गई थी। जुलाई माह का वेतन भी उन्हें मिला था। न तो मैंने कोई पैसे मांगे और न ही स्कूल के किसी भी कर्मचारी ने उनसे पैसे मांगे। मैं संस्था की अध्यक्ष नहीं, सदस्य हूं। उक्त शिक्षिका मदनगोपाल अग्रवाल स्कूल से छन्नूलाल नवीन विद्याभवन में आईं थीं, उस समय मैंने विरोध जताया था।
 
पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता पहुंचे एसीबी कार्यालय व अदालत परिसर में
 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल्पना पांडे और उसकी बहन भारती पांडे को अरेस्ट कर सिविल लाइंस स्थित एसीबी कार्यालय में ले जाने पर पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समर्थक पहुंचे। उसके बाद कुछ लोग अदालत परिसर में भी पहुंचे थे। एसीबी कार्यालय में पहुंचने वालों में भाजपा नेता गिरीश व्यास, विधायक सुधाकर देशमुख, दयाशंकर तिवारी, कीर्तिदा अजमेरा, संजय भेंडे, छोटू भोयर, चंदू पेंडके व अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समर्थकों का समावेश रहा। इनमें से कई लोग अदालत परिसर में पहुंचे थे।

 

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