लंबे समय से चल रहा बाबरी मस्जिद विवाद एक बार फिर चर्चा में है। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने बाबरी एक्शन कमेटी से बात नहीं की। कमेटी के सदस्य हाजी महबूब ने कहा कि बहुत पहले रविशंकर ने इस मामले में मध्यस्थ के तौर पर बात करने की पहल की थी।
उन्होंने कहा कि रविशंकर के एक नजदीकी ने कहा था कि वह मुझसे बात करना चाहते हैं और मैंने उनकी इस पहल का स्वागत भी किया। शायद उनकी हिंदू प्रतिनिधियों से बात हुई होगी, लेकिन उन्होंने कभी हमसे बात नहीं की और न ही हमें कोई संदेश भेजा।
महबूब ने कहा कि हमें इस मुद्दे को हल करने में कोई ऐतराज नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक निर्मोही अखाड़ा और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक को बाबरी मस्जिद विवाद में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की बात कही थी।
वहीं श्री श्री रविशंकर ने इस मामले में कहा था कि वह निश्चित तौर पर इस मामले में मदद करना चाहते हैं। हालांकि अभी मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हर कोई इस विवाद को लेकर सकारात्मक सोच रहा है। सभी इस विवाद को हल करना चाहते हैं। अगर विवाद को सुलझाने में मेरी मध्यस्थता की जरूरत है तो मैं इसे जरूर करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि दोनों समुदाय के लोग साथ आएं और उदारता दिखाएं। हालांकि मैं कुछ भविष्यवाणी नहीं कर सकता, लेकिन मेरी इच्छा है कि हम सभी को साथ आकर देश के लिए कुछ करना चाहिए।