बिजनेस, नहीं चला तो बना आतंकी
इसके बाद ही उसका दिमाग पलटा और उसने जिहाद में शामिल होने का निर्णय लिया। इन लोगों ने ग्रामीण इलाकों में ई-बिजनेस के लिए एक एप बनाया था। बाई एवरीथिंग डॉट काम नाम से बनाए गए इस वेब एप्लीकेशन के जरिये शुरुआत में इन्होंने बिजनेस किया।
लेकिन काफी मशक्कत के बाद यह बिजनेस नहीं चल पाया। इसके बाद नौकरी के लिए वह इधर-उधर भटकने लगा और बाद में वह आतंकी संगठनों के संपर्क में आ गया। शाकिर ने बताया कि देवबंद में ही वह कई जमात में गया। इसके बाद से उसका दिमाग बदलने लगा।
इसी बीच उसकी मुलाकात दिल्ली भजनपुर निवासी साजिद से हुई। साजिद बम बनाता था। यह पिछले डेढ़ साल से अपना नेटवर्क बढ़ा रहा था। शाकिर ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि उसने फेसबुक के जरिये कई जिहादी वीडियो देखे।
शाकिर पाकिस्तान के आतंकी तलहा से भी वीडियो चैट करता था। इससे भी उसके मन में पाकिस्तान जाकर जिहाद में शामिल होने का विचार आया।