
लखनऊ: द्वारकापीठ शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शुक्रवार को नासिक के कुंभ में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बिना किसी राजनीतिक समर्थन के बनेगा। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए ना तो केंद्र की बीजेपी सरकार से कोई मदद ली जाएगी और ना किसी दूसरे दल से। शंकराचार्य ने कहा कि इसमें राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की भी जरुरत नहीं है।नासिक में कुंभ मेले के दौरान शंकराचार्य ने कहा कि राम मंदिर को साधू संत और लोग ही मिलकर पूरा करेंगे। शंकराचार्य ने कहा कि अभी तक राम मंदिर के मुद्दे का कोई हल नहीं निकला है। राम मंदिर महंत, साधू और लोगों की मदद से बनेगा। इस काम के लिए किसी राजनीतिक पार्टी की सहायता नहीं ली जाएगी। आपको बता दें कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती कुंभ मेले में हिस्सा लेने के लिए पहली बार नासिक में हैं। गौरतलब है कि भाजपा पर विरोधियों ने कई बार आरोप लगाए हैं कि वह चुनाव के समय राम मंदिर के मुद्दे का राजनीतिकरण कर वोट लेने का प्रयास करती है। पिछले साल भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कई धार्मिक संगठनों ने फिर से राम मंदिर का मुद्दा सरकार के सामने उठाया है, लेकिन सरकार की ओर से इस मामले पर कभी कोई विशेष बयान नहीं दिया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार एक सवाल के जवाब में कहा कि अभी राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है, इसलिए राम मंदिर बनवा पाना संभव नहीं है।