बिना मेडल के ही समाप्त हुआ नोवाक जोकाविच का सिंगल्स में अभियान, कांस्य पदक मैच भी हारे

टोक्योः दिग्गज नोवाक जोकोविच के लिए टोक्यो ओलंपिक में कुछ भी हाथ नहीं लग पाया। गोल्ड मेडल की रेस से पहले ही बाहर हो चुके टेनिस लीजेंड नोवाक ब्रॉन्ज मेडल के लिए हाथ मलते रह गए। ओलंपिक अपने आप में उलटफेर की कहानी का दूसरा नाम है। इससे पहले नाओमी ओसाका शुरुआती राउंड में ही बाहर हो गईं थी।
निश्चित तौर पर यह ओलंपिक नोवाक जोकोविच का रुतबा बढ़ाने के लिए नहीं था। जोकोविच ने बिना पदक के टोक्यो ओलंपिक में सिंगल अभियान समाप्त किया। स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक के मुकाबले में मैच अंक बचाने के बावजूद विश्व नंबर 1 पाब्लो कारेनो बुस्टा से हार गए। तीसरे स्थान के कड़े मुकाबले में जोकोविच को 4-6, 7-6, 3-6 से हार का सामना करना पड़ा।
जोकोविच ने पुरुषों के एकल में 2008 बीजिंग ओलंपिक कांस्य पदक जीता था और 20 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन के पास उनकी ट्रॉफी से सजी अल्मारी में केवल यही एकमात्र पदक है। जोकोविच 2021 में दौरे पर अजेय रहे हैं। ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन जीतने के बाद, जोकोविच गोल्डन स्लैम के लिए तैयार दिख रहे थे। जोकोविच शांत दिखे और दौरे पर संयमित दिखे क्योंकि ग्रैंड स्लैम जीत की काफी संतुष्टी थी।
हालांकि, कांस्य पदक के मैच में, जोकोविच ने अपना आपा खो दिया, रैकेट को एक बार तोड़ दिया और उसे एक बार स्टैंड में फेंक दिया क्योंकि कैरेनो बुस्टा के खिलाफ उनकी वे गलितयां होती रही जो वे आमतौर पर करने से बचते हैं। इससे पहले जोकोविच ने गोल्ड मेडल की रेस से बाहर होने के बाद कहा था, “मैं अभी बहुत बुरा महसूस कर रहा हूं, अभी पॉजिटिव नहीं हो सकता। मुझे नहीं पता कि मैं कितना बुरा महसूस कर रहा हूं … लेकिन कल उम्मीद है, एक नई शुरुआत होगी और कम से कम अपने देश के लिए एक पदक जीत सकता हूं।”
जोकोविच नीना स्टोजोनोविक के साथ मिश्रित युगल सेमीफाइनल में भी हार गए थे। सर्बियाई जोड़ी मिश्रित युगल में कांस्य पदक के लिए शनिवार को ऑस्ट्रेलिया की पीयर्स जॉन और एश बार्टी के खिलाफ खेलेगी। यही उनकी आखिरी आस है।