पटनाः बिहार में नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल की ओर से रविवार को कुल आठ नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. हालांकि, मंत्रिमंडल में बीजेपी से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया है. जिसके बाद बिहार की सियासत में जेडीयू-बीजेपी के बीच खटास की खबर को बल मिल गया. हालांकि, मंत्रिमंडल में बीजेपी के नेताओं को जगह नहीं मिलने पर सुशील मोदी ने बयान दिया है.
सुशील मोदी ने ट्विट कर बताया कि, सीएम नीतीश कुमार ने बिहार कैबिनेट में सद्स्यों को भरने के लिए बीजेपी से नाम मांगे थे. उन्होंने मंत्री पद भरने का ऑफर दिया था. लेकिन हमलोगों ने अपने कोटे के मंत्री पद खाली रखने का फैसला किया है. आनेवाले दिनों में बीजेपी अपने कोटे के पद भरेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेडीयू एकजुट है.
राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने जद (यू) कोटे से आठ मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनमें पांच विधायक और तीन विधान परिषद के सदस्य हैं. शपथ पाने वाले नए मंत्रियों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के विधायक या विधानपार्षद शामिल नहीं हैं.
जद (यू) की ओर से श्याम रजक, बीमा भारती, अशोक चौधरी, रामसेवक सिंह को फिर से नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है जबकि संजय झा, नरेंद्र नारायण यादव, लक्ष्मेश्वर राय और नीरज कुमार पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं. शपथ ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार भी मौजूद थे.
मंत्रिमंडल में रविवार को शामिल अशोक चौधरी, संजय झा और नीरज कुमार जहां विधान पार्षद हैं, वहीं शेष विधानसभा के सदस्य हैं.
इस लोकसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के तीन सदस्यों के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार तय माना जा रहा था.