नई दिल्ली: बीएसएफ के विमान हादसे में मृत जवानों को आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि दी। इस विमान में सवार सभी 10 लोगों की मौत हो गई थी। प्लेन में उस समय पायलट भगवती प्रसाद भट्ट, सह पायलट राजेश शिवरैन, डिप्टी कमांडेंट डी कुमार, इंस्पेक्टर एसएन शर्मा, आरके यादव, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, सीएल शर्मा, रवींद्र कुमार, एएसआई डीपी चौहान और कांस्टेबल केआर रावत सवार थे।
सफदरजंग हवाईअड्डे पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू और दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने भी जवानों को श्रद्धांजलि दी। राजनाथ सिंह ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी जवानों के शव अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंपे जाएंगे। बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक ने मंगलवार को कहा था, बीएसएफ के फंड में से 15-15 लाख रुपये के अतिरिक्त सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को अनुग्रह राशि के तौर पर 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
20 साल पुराना था विमान
हादसे की वजह किसी तकनीकी खराबी को माना जा रहा है, क्योंकि सुबह विजिबिलिटी बिल्कुल ठीक थी। बीएसएफ के अधिकारियों के मुताबिक, यह प्लेन 20 साल पुराना था।
ऐसे हुआ हादसा
विमान ने सुबह करीब 9:30 बजे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया से उड़ान भरी। उड़ान भरते ही पॉयलट को प्लेन में खराबी का पता चला और उसने प्लेन को रनवे की तरफ वापस मोड़ा। एयरपोर्ट पर फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई। पहले प्लेन द्वारका के रिहाइशी इलाके से गुजरा उसके बाद सुबह ठीक 9:37 बजे एक पेड़ से टकराया। इसके बाद रनवे की बाहरी दीवार तोड़ते हुए एक बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जा टकराया।
हेलीकॉप्टर सुधारने के लिए रांची जा रहा था दल
यह विमान बीएसएफ का था जो रनवे से उड़ान भरते ही क्रैश हो गया। देखते ही देखते यह छोटा विमान मलबे में बदल गया। विमान में सवार सभी 10 लोग इस हादसे में मारे गए। पुलिस के मुताबिक यह बीच क्राफ्ट सुपरकिंग एयर वी-200 प्लेन था, जिसमें सवार टेक्निकल टीम रांची जा रही थी। वहां उन्हें एक हेलीकॉप्टर को ठीक करना था।