- अयोध्या में राम मंदिर को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर जैम कर बोला हमला बोला है, कहा ही भाजपा किसानों और जनता को कर रही है गुमराह, लेकिन इनके द्वारा दिए गए लॉलीपॉप को जनता अब स्वीकार नहीं करेगी अब जनता जागरूक हो चुकी है।
- कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “बरसात और चुनाव के मौसम में कई मेंढक आवाज करते हैं और हर आवाज हकीकत नहीं होती है। भगवान राम कण-कण में हैं, देश के मन-मन में हैं।”
- “एक बार सतयुग में कैकयी ने भगवान राम को 14 साल का वनवास कराया था। कलयुग की कैकयी भाजपा और आरएसएस ने उन्हें 30 साल से वनवास पर भेजते रहे हैं।”
- सुरजेवाला का कहना है की, “भाजपा और आरएसएस का क्या चरित्र है? उनके भाषणों में राम होते हैं और नाथूराम उनके विचारों में। भाजपा की यही असली हकीकत है।”
- भागवत ने बुधवार को हरिद्वार में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध विपक्षी दल नहीं कर सकते क्योंकि देश का बहुसंख्यक समुदाय भगवान राम की पूजा करता है।
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर हमला बोला है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर से जुड़े ताजा बयान को लेकर बुधवार को उन पर जम कर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘कलयुग की कैकेयी’ भाजपा ने भगवान राम को 30 वर्षों से वनवास पर भेज रखा है तथा चुनाव के समय उन्हें राम की याद आती है, लेकिन चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद वह भगवान राम को फिर से वनवास भेज देते हैं।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा की, ‘‘मोहन भागवत जी का बयान हमने देखा बारिश और चुनाव के मौसम में बहुत सारे मेंढक आवाज करते हैं, पर हर आवाज यथार्थ और सच्चाई में नहीं बदल जाती भगवान राम तो कण-कण में हैं, देश के मन-मन में हैं’ उन्होंने कहा, ‘सतयुग में कैकेयी ने भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास दिलवाया था।
कलयुग की कैकेयी भाजपा और आरएसएस ने तो भगवान राम को 30 साल से वनवास पर भेज रखा है। हर चुनाव के बाद भगवान राम को वनवास पर भेज देते हैं, और चुनाव से चार महीने पहले फिर भगवान राम को याद कर लेते हैं।’ सुरजेवाला का कहना है की, ‘भाजपा और आरएसएस का चरित्र क्या है? मुंह में राम और मस्तिष्क में नाथूराम, ये है भारतीय जनता पार्टी की सच्चाई’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने स्पष्ट तौर से वर्षों से कहा है कि राम जन्मभूमि – बाबरी मस्जिद का जो मामला है वह न्यायालय में विचाराधीन है। जो निर्णय न्यायालय करे वह सब पक्षों को मानना चाहिए और सरकार को उसे लागू करना चाहिए।’ गौरतलब है कि बीते दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध विपक्षी दल नहीं कर सकते क्योंकि देश का बहुसंख्यक समुदाय भगवान राम की पूजा करता है।