बेटी के प्रेमी के साथ किया कुछ ऐसा, की 25 से अधिक टुकड़े कर नदी में बहाए…पूरी हकीकत जानकर दहल जायेगा आपका दिल
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लार थाना क्षेत्र के चुरिया गांव के देवार में मिला सिर का कंकाल बिहार के सिवान जिले के गुठनी निवासी धीरज राजभर का था। एसपी ने सवा माह पहले हुई धीरज की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि किशोरी के प्रेम-प्रसंग से नाराज पिता ने दो अन्य लोगों के साथ खेत में हत्या कर धीरज को 25 टुकड़ों में काट दिया था। टुकड़ों को बोरे में भरकर रात में घाघरा नदी में फेंक दिया। गलती से सिर और कपड़ा खेत में छूट गया था। जिसके बाद उसे वहीं मिट्टी में दबा दिया था।
एक हफ्ते बाद खेत की जुताई के दौरान कंकाल हो गया सिर और कपड़े बरामद हुए। जिसके आधार पर जांच करते हुए पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंची। किशोरी के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं हत्या में शामिल अन्य दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस लाइंस में एसपी रोहन पी कनय ने बताया कि 17 अप्रैल को चुरिया गांव के देवार में एक खेत से सिर का कंकाल बरामद किया गया था। खेत मालिक की सूचना पर पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लिया था। 17 मई को बिहार के सिवान जिले के गुठनी क्षेत्र के भीम राजभर पत्नी के साथ एसपी से मिला। बताया कि उसके बेटे धीरज राजभर (17) की हत्या कर दी गई है। भीम राजभर और उसकी पत्नी ने बेटे के कपड़े की पहचान की। उसने पुलिस को कुछ सुराग भी दिए।
इसके आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी ने बताया कि धीरज का उसकी बेटी से अवैध संबंध था। वह मना करने पर भी नहीं मानता था। एक अन्य ग्रामीण की बेटी से भी धीरज का संबंध हो गया था। 11 अप्रैल को उसने दूसरे ग्रामीण और उसके बेटे के साथ मिलकर रात में खेत में धीरज की गला दबाकर हत्या कर दी थी।
इसके बाद रात में ही शव के 25 से अधिक टुकड़े किए गए। फिर उन टुकड़ों को बोरे में भरकर चुरिया गांव के देवार में घाघरा नदी में फेंक दिया। सिर और कपड़ा गलती से खेत में छूट गया था। जिसे लौटकर मिट्टी में दबा दिया गया। एसपी ने कहा कि यह केस पुलिस के लिए चुनौती था। सिर के कंकाल से घटना का पर्दाफाश करना बड़ी बात थी। उन्होंने पुलिस टीम को 10 हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की।