बॉलीवुड में नेपोटिज्म ज्यादा है : गायक कुमार सानू
प्रशंसक और दर्शक तय करते हैं शोहरत का पैमाना
मुम्बई : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी को लेकर बॉलीवुड के अंदर और बाहर भाई-भतीजावाद, खेमेबाजी और ऐसे कई आरोप लग रहे हैं। इन आरोपों को लगाने वाले कुछ बड़े नाम है तो इन आरोपों के घेरे में फिल्मी दुनिया के कुछ नामचीन घराने आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या बॉलिवुड में किसी गॉडफादर का होना जरूरी है। या बगैर किसी खेमे से जुड़े आगे की राह बेहद मुश्किल है। अब इस विवाद पर मशहूर गायक कुमार सानू ने अपनी बात रखी है। बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद पर अभिनव सिंह कश्यप, कंगना रनौत, कोएना मित्रा, अनुभव सिन्हा जैसे कलाकार सवाल उठा चुके हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी मामले में गायक कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने छोटी उम्र में और कम समय में काफी अच्छा काम किया, बॉलीवुड को उम्दा फिल्में दीं और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी बेहतर जगह बना ली। उन्होंने कहा कि उनको इस पर विश्वास ही नहीं हो रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली है। जहां तक मैंने उनके बारे में सुना है कि वो काफि सकारात्मक सोच वाले शालिन इंसान थे। उन्होंने बॉलिवुड को काफी बेहतरीन फिल्मे दीं। बिहार से इससे पहले भी काफी बेहतीन कलाकार बॉलिवुड में आए हैं जिनका जलवा दुनियाभर में छाया है, जिनमें शत्रुघन सिन्हा, मनोज बाजपेयी, शेखर सुमन, उदित नारायण और सुशांत सिंह राजपूत जैसे कलाकार प्रमुख है। सुशांत उम्र में मेरे बच्चे जैसा था।
मैं सुशांत के दुनिया से अलविदा कहने के बाद बस इतना ही कहूंगा की भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। अभी भी मेरा मन यही कह रहा है कि काश सुशांत ऐसा कदम नहीं उठाते। उनकी मौत से एक क्रांति की आहट सुनाई दे रही है। भाई-भतीजावाद हर जगह होता है,लेकिन यह बॉलीवुड में कुछ ज्यादा ही है। दर्शकों से उन्होंने अपील की कि आप हैं जो हमको बनाते हैं। कौन किसको निकालेगा यह फिल्म इंडस्ट्री तय नहीं कर सकती। यह सब प्रशंसकों के हाथ में है।