ब्रसेल्स धमाके से जुड़े आतंकी के छोटे भाई ने तायक्वोंडो में गोल्ड जीता, रियो ओलिंपिक में सीट पक्की
एजेंसी/ स्विटज़रलैंड: ब्रसेल्स एयरपोर्ट धमाके में शामिल हमलावर नज़ीम लाच्राउई के छोटे भाई मुराद लाच्राउई ने युरोपियन तायक्वोंडो चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत लिया है और अब वह रियो ओलिंपिक में दिखाई देंगे। बेलजियम के रहने वाले मुराद ने गुरुवार को स्पेन के जीज़ज़ टोरटोसा को 54 किलो के फायनल में 6-3 से शिकस्त देकर अगस्त में होने वाले रियो के लिए अपनी बर्थ पक्की कर ली है।
‘बड़े भाई से मुलाकात नहीं’
गौरतलब है कि 21 साल के मुराद के बड़े भाई नज़ीम लाच्राउई (24) उन दो आत्मघाती हमलावरों में शामिल थे जो 22 मार्च को ब्रसेल्स एयरपोर्ट विस्फोट के लिए जिम्मेदार थे। तीसरे हमलावर ने एक मेट्रो ट्रेन में ही खुद को उड़ा दिया था और इन दो हमलों में कुल 32 लोग मारे गए थे। ब्रसेल्स हमले के दो दिन बाद मुराद ने कहा था कि जो कुछ भी हुआ उससे वह हिल चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फरवरी 2013 में बड़े भाई के सीरिया चले जाने के बाद से इन दोनों की मुलाकात नहीं हुई है। हमले के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ‘आप अपना परिवार खुद नहीं चुनते हैं’ और इस मामले को उनके परिवार से जोड़कर नहीं देखा जाए जो कि आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।
मुराद ने साफ किया कि उनके खेल करियर की वजह से बड़े भाई से उनकी दूरियां बढ़ गईं थीं। उन्होंने बताया ‘मुझे नहीं बताया कि मेरा भाई का झुकाव आतंक की तरफ कैसे हो गया। जब वह उग्र सुधारवादी हुआ तब भी हमें उसमें कोई बदलाव नज़र नहीं आया।’ हमले के बाद मुराद के वकील ने कहा था कि ‘अजीब बात है कि यह दोनों एक ही परिवार में पैदा हुए, इन्हें एक ही तरह की शिक्षा मिली और एक ने सब कुछ अच्छा किया और दूसरे ने काला..बहुत बहुत काला। वह अपने भाई की करनी के लिए जिम्मेदार नहीं है।’