ब्रिटेन में जबरन शादी मामले में भारत दूसरे नंबर पर
लंदन : ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोग जबरन शादी करने के मामले में पाकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर हैं। ब्रिटेन में पिछले साल 16 जून को ही जबरन शादी को अपराध करार दिया गया था। ब्रिटेन की फोर्स्ड मैरिज यूनिट (एफएमयू) ने कहा कि उसने जबरन शादी के मामलों में अलग-अलग देशों के मामलों का आकलन किया। इनमें सबसे आगे पाकिस्तान है। पाकिस्तान मूल के 38.3 फीसदी नागरिकों की जबरन शादी की जाती है। वहीं भारत 7.8 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर है। इसके बाद बांग्लादेश (7.1 फीसदी), अफगानिस्तान (3 फीसदी), सोमालिया (1.6 फीसदी), तुर्की (1.1 फीसदी) और श्रीलंका (1.1 फीसदी) शामिल हैं। ब्रिटेन में दुव्र्यवहार और शोषण के मामलों को रोकने से संबंधित विभाग के मंत्री कैरेन ब्रैडली ने कहा, हमने जबरन शादी को अपराध की श्रेणी में डाल दिया ताकि पीड़ितों की बेहतर ढंग से सुरक्षा हो सके। साथ ही यह स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि इसे ब्रिटेन में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि यह व्यवस्था प्रतिरोधक का काम करेगी। ब्रिटेन के कानून के अनुसार, किसी को उसकी मर्जी के खिलाफ शादी के लिए मजबूर करना दंडनीय अपराध है और इसमें सात साल की सजा हो सकती है।