सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक समारोह में भाग लेने पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रहे युद्ध विराम उल्लंघन को लेकर जोरदार हमला बोला है। गृहमंत्री ने कहा, “कारण समझना कठिन है, ये रिसर्च का विषय हो सकता है, लेकिन वो (पाकिस्तान) अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। पहली गोली तो पड़ोसी पर नहीं चलनी चाहिए, लेकिन अगर उधर से चल जाती है, तो क्या करना, उसका फैसला आपको करना है।”
इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने भी संवाददाताओं से मुखातिब होते हुए कहा, “गृह मंत्रालय ने रमजान के दौरान किसी भी ऑपरेशन में शामिल न होने का निर्देश दिया है। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे सुरक्षा बल किसी भी स्थिति में जवाब नहीं देंगे। वे सही समय पर जवाब देंगे।”
इससे पहले, पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम उल्लंघन पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने भी नाराजगी जताई है। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान आम नागरिकों को निशाना बनाता है, मैंने और पूरी दुनिया ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान का दोगला चरित्र देखा है। यह दुखद है। हमारे जवान चुप नहीं बैठे हैं, उन्हें मुहतोंड़ जवाब दिया जाता रहेगा।
पाकिस्तान का कोई धर्म नहीं
उन्होंने कहा है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, इसलिए भारत द्वारा रमजान के दौरान सैन्य ऑपरेशन रोकने की पहल के बावजूद वह आम लोगों को लगातार निशाना बना रहा है। गृह राज्यमंत्री ने पाकिस्तान की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर रमजान के पवित्र महीने में सैन्य ऑपरेशन नहीं करने का फैसला लिया गया है, मगर पाकिस्तान अपना स्वभाव बदलने को तैयार नहीं है।