बड़ी खबर: विद्रोहियों के कब्जे वाले दक्षिणी सीरिया में रूस का हवाई हमला
रूस ने विद्रोहियों के कब्जे वाले सीरिया के दक्षिणी हिस्से में 2017 के संघर्षविराम के बाद पहली बार बम बरसाए हैं। एक निगरानी समूह ने इसकी जानकारी दी। उसका कहना है कि सहयोगी देशों की सेना जमीनी हमले के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र ने चेताया है कि विद्रोहियों के इलाके में बढ़ती हिंसा से सात लाख पचास हजार लोगों की जान को खतरा है। सात साल से जारी पेचीदा संघर्ष में शामिल वैश्विक शक्तियों के लिए दक्षिणी सीरिया सामरिक रूप से एक उपहार की तरह है।
सीरिया की राजधानी दमिश्क को सुरक्षित करने के बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद दक्षिणी प्रांतों दारा और स्वीदा को अपने कब्जे में लेना चाहते हैं, जिनपर अब भी विद्रोहियों का कब्जा है। असद ने उन इलाकों में सेना की मौजूदगी को काफी सुदृढ़ कर दिया है और अपने जवानों को उतार दिया है, जो विद्रोहियों से आत्मसमर्पण करने को कहेंगे। सेना ने हाल में इन इलाकों में हमले तेज किए हैं।
शनिवार की रात असद के सहयोगी रूस ने विद्रोहियों के कब्जे वाले दारा के शहरों में 2017 के बाद से पहली बार बम बरसाए।
ब्रिटेन के निगरानी समूह ने बताया कि रूस ने विद्रोहियों के इलाके में कम से कम 25 हमले किए, लेकिन उसमें कोई हताहत नहीं हुआ। एक मीडियाकर्मी इब्राहिम मोहम्मद ने बताया कि रूसी हमले स्थानीय समय के अनुसार रात करीब 10:30 बजे शुरू हुए और मध्य रात्रि के बाद बंद हुआ।
समाधान के लिए संघर्षविराम को आगे बढ़ाने का सुझाव
हाल के दिनों में दारा प्रांत से करीब 12000 लोगों को विस्थापित किया गया है। इनमें से कई बेहद खराब स्थिति में शिविरों में रह रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय आपदा समूह के थिंक टैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका रूस और जॉर्डन ने 2017 में जो संघर्षविराम शुरू किया था, उसे शांति बहाली की तैयारी के लिए अनिवार्य रूप से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।