श्रीनगर : कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों को ठिकाने लगाने में लगी हुई है. इस बीच बुधवार को कश्मीर में सेना को एक और बड़ी सफलता तब मिली जब घाटी के शीर्ष आतंकवादी दानिश अहमद ने हंदवाड़ा पुलिस और सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
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उल्लेखनीय है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर सब्जार के मारे जाने के बाद दानिश अहमद का एक वीडियो सामने आया था. जिसमें दानिश ग्रेनेड लिए हुए नजर आ रहा था. पुलिस जांच में आतंकी की पहचान दानिश अहमद के रूप में हुई थी. कुलगाम निवासी आतंकी दानिश बीएससी छात्र था. दानिश को वर्ष 2016 में हंदवाड़ा में हुए पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल होने पर पुलिस ने पकड़ा भी था, लेकिन उसके भविष्य को देखते हुए उसे काउंसलिंग के बाद छोड़ दिया था.
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बाद में पुलिस और सेना ने उसके माता-पिता को बुलाकर समझाया था कि उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहें. उन्हें आश्वस्त किया गया था कि अहमद अगर आत्मसमर्पण कर देगा तो उसके साथ अच्छा व्यवहार किय जाएगा.सुरक्षाबलों की कोशिश से आखिर अहमद ने 21 राष्ट्रीय राइफल्स के सामने समर्पण कर दिया.
बता दें कि आत्मसमर्पण के बाद दानिश से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि वह साउथ कश्मीर में आतंकियों के संपर्क में था और बाद में वह हिजबुल में शामिल हो गया था. उससे घाटी में आतंकी वारदातों में तेजी लाने के लिए नॉर्थ कश्मीर के कुछ युवाओं को सक्रिय करने को कहा गया था. हालांकि बाद में उसे लगा कि यह अच्छा काम नहीं है तो उसने समर्पण करने का फैसला किया.