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भगवान् शिव ने कलयुग को लेकर कही थी ये 5 बातें, इन्हें जानने के बाद जीवन भर रहेंगे खुश

अगर हम धार्मिक शास्त्रों की बात करे तो इसमें कोई शक नहीं कि धार्मिक ग्रंथो में भगवान् शिव का स्थान सबसे ऊँचा है. जी हां ये तो सभी जानते है कि माँ पार्वती जी भगवान् शिव की अर्धांगिनी है और ऐसे में भगवान् शिव ने माँ पार्वती को कई ऐसी बातें बताई थी, जिनके बारे में जान कर आप यक़ीनन हैरान रह जायेंगे. गौरतलब है कि अगर आप इन बातों को जान लेंगे तो सच में आपका जीवन सफल हो जाएगा. बरहलाल ग्रंथो के अनुसार ये खास बातें भगवान् शिव जी ने पार्वती जी को बताई थी और आज हम आपको इन्ही बातों से रूबरू करवाने जा रहे है. बता दे कि कलयुग में ये बातें आपके काफी काम आ सकती है. तो चलिए अब आपको इन पांच बातों के बारे में विस्तार से बताते है.

१. गौरतलब है कि भगवान् शिव जी ने पार्वती जी से ये कहा था कि व्यक्ति का सबसे बड़ा धर्म सच बोलना और सच का साथ देना है. इसके साथ ही व्यक्ति का सबसे बड़ा पाप झूठ बोलना और झूठ का साथ देना है. इसलिए अगर हो सके तो अपने जीवन में उन लोगो को जरूर शामिल करे जो सच्चे और अच्छे हो. जी हां अगर आप जीवन में झूठे लोगो का साथ देंगे तो यकीनन आपको भविष्य में बर्बादी का सामना करना ही पड़ेगा.

२. इसके बाद शिव जी ने कहा था कि व्यक्ति को अपने हर कार्य का गवाह खुद को ही बनाना चाहिए. जी हां भले ही वो काम अच्छा हो या बुरा हो लेकिन उसका साक्षी खुद व्यक्ति को ही होना चाहिए. वो इसलिए क्यूकि कई लोगो के मन में बुरा काम करते समय ये विचार आने लगता है कि उन्हें बुरा काम करते हुए कोई नहीं देख रहा. जिसके कारण ऐसे लोग गलत काम करने की तरफ और पाप की तरफ बढ़ने लगते है. इसलिए ऐसे लोगो को अपने बुरे और अच्छे कामो का साक्षी खुद ही बनना चाहिए, ताकि गलत काम करते समय उनका मन उन्हें रोक सके.

३. गौरतलब है कि भगवान् शिव का कहना है कि व्यक्ति जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल भुगतना पड़ता है. इसलिए भूल कर भी अपने मन में ऐसी बात न आने दे जो सही न हो. इसके साथ ही आपको कभी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे दूसरो को तकलीफ हो.

४. इसके साथ ही भगवान् शिव जी ने ये भी कहा था कि व्यक्ति को किसी न किसी चीज से लगाव जरूर होता है. जी हां भगवान् शिव जी का कहना है कि लगाव एक ऐसा जाल है जिससे बच कर निकलना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में जो व्यक्ति इससे छुटकारा नहीं पा सकता, वो जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता.

५. अब आखिर में भगवान् शिव जी ने ये कहा था कि मनुष्य की इच्छाओ की कोई सीमा नहीं होती. जी हां वास्तव में व्यक्ति का अपने मन पर कोई बस नहीं होता. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो इन्ही अनचाही इच्छाओ के कारण व्यक्ति जीवन भर दुखी रहती है. ऐसे में भगवान् शिव जी का कहना है कि व्यक्ति को अपनी इच्छाओ और जरूरतों में फर्क समझना चाहिए और शांति से अपना जीवन बिताना चाहिए.

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