नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-कोरिया कारोबार शिखर सम्मेलन में कहा कि सरकार ने कारोबार के लिए स्थिर माहौल बनाने की दिशा में काम किया है और मनमाने ढंग से फैसले लेने के चलन को खत्म किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि भारत विश्व की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और दुनिया के साथ कारोबार करने के लिए तैयार है, रोजाना के लेनदेन को सकारात्मक बनाना हमारा लक्ष्य है। हम संदेह को कुरेदने के बजाय भरोसे का विस्तार कर रहे हैं। यह सरकार की मानसिकता में सम्पूर्ण बदलाव दर्शाता है। हम आज विश्व में सबसे तेजी से वृद्धि करती प्रमुख अर्थव्यवस्था भी हैं। हम स्टार्टअप के लिए सबसे बड़ी पारिस्थितिकी वाले देशों में से भी एक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि औद्योगिक लाइसेंसों की वैधता अवधि को तीन साल से बढ़ाकर 15 साल व इससे अधिक कर दिया गया है। ऐसे बेहद कम देश हैं जहां अर्थव्यवस्था के तीन महत्वपूर्ण कारक एक साथ मौजूद हैं। ये कारक हैं लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और मांग। भारत में यह तीनों मौजूद हैं। उन्होंने कोरियाई कारोबारियों से कहा कि भारत अब कारोबार के लिए तैयार है।