लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैलियों का जवाब देने के लिए इतने उत्सुक हैं तो एक ही दिन और एक ही शहर में रैली करने का साहस दिखाएं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मुलायम सिंह और सपा वाकई में मोदी की रैलियों का जवाब देन चाहती है तो एक ही दिन और एक ही शहर में रैली करने का साहस दिखाएं। इससे दोनों पार्टियों की ताकत का अंदाजा खुद ब खुद लग जाएगा।
वाजपेयी ने कहा कि सपा को मोदी की रैलियों का डर सता रहा है। इसीलिए जानबूझकर मोदी की रैलियों के दिन ही सपा भी रैलियों का आयोजन कर रही है ताकि मोदी को मिल रही मीडिया कवरेज से रोका जा सके।
उप्र की राजधानी में दो मार्च को प्रस्तावित विजय शंखनाद महारैली की तैयारियों के बारे में वाजपेयी ने बताया कि पार्टी की ओर से 3० से अधिक रेलगाड़ियां बुक कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि दो मार्च को करीब 15 लाख कार्यकर्ता राजधानी में पहुंचेंगे। फिलहाल पार्टी ने अपना ध्यान 23 जनवरी को गोरखपुर में होने वाली रैली और 2 फरवरी को मेरठ में होने वाली रैली पर लगाया है। प्रदेश अध्यक्ष की मानें तो करीब 3० रेलगाड़ियों को बुक कराने में करीब 4 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। ये रेलगाड़ियां सूबे के अलग-अलग हिस्सों से चलकर राजधानी पहुंचेंगी। इसके लिए भाजपा पदाधिकारियों और रेलवे अधिकारियों के बीच बातचीत भी हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी को मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर लाखों कार्यकर्ताओं का जमावड़ा कर विरोधियों को अपनी ताकत का एहसास कराने का प्रयास किया था।