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भाजपा नेता नागा हत्याकांड में चार और हिरासत में

bjp liपटना, भाजपा नेता अविनाश उर्फ नागा हत्याकांड में पुलिस ने नामजद आरोपित पन्ना लाल गुप्ता, उसकी बेटी ज्योति गुप्ता और बेटे दर्शन उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ज्योति को गुरुवार की देर रात कंकड़बाग इलाके में एक अपार्टमेंट से पकड़ा गया। घटना के तार वैशाली से भी जुड़ने लगे हैं।सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने हाजीपुर के गांधी आश्रम इलाके से विजय कुमार गुप्ता नाम के एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। विजय सहित चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसएसपी के निर्देश पर गुरुवार की देर रात तक रंगदारी सेल की टीम ने पटना के जक्कनपुर थाने के संजय नगर, एग्जीबिशन रोड सहित अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की।एसएसपी विकास वैभव ने कुछ तस्वीरें और एक वीडियो जारी की है। वीडियो और तस्वीर में अपराधियों का चेहरा कुछ हद तक साफ दिख रहा है। एसएसपी ने आम लोगों से अपील की है कि इन तस्वीरों में से कोई अपराधियों को जानता हो तो पुलिस द्वारा जारी किए गए नंबरों पर संपर्क कर सकता है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उचित इनाम भी दिया जाएगा।चुनाव का विवाद तीन वर्ष बाद खतरनाक अंजाम तक पहुंचा। भाजपा नेता की हत्या कर दी गई। पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद के चुनाव में भाजपा नेता अविनाश व हत्याकांड के आरोपित पूर्व वार्ड पार्षद पन्ना लाल गुप्ता के बीच लड़ाई हुई थी। कारण था पन्नालाल की बेटी ज्योति गुप्ता भी वार्ड 37 से दूसरी बार चुनाव मैदान में थीं।वर्ष 2007 के चुनाव में भारती देवी को हराने वाली ज्योति गुप्ता दूसरी बार वर्ष 2012 में भी चुनाव जीतना चाहती थीं। हालांकि इस बार लड़ाई आसान नहीं थी। भाजपा नेता अविनाश ने अपनी पत्नी रंजना को भी वार्ड 37 से चुनाव मैदान में उतारा था। तीसरी उम्मीदवार धर्मशीला देवी थीं। राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच घमासान मची थी। चुनाव प्रचार के दौरान रंजना व ज्योति के समर्थकों के बीच झड़प भी हुई थी। सालिमपुर अहरा गली नं. एक, दो, तीन, बाकरगंज गोला रोड आदि इलाकों में अविनाश काफी लोकप्रिय थे। उनकी पत्नी के चुनाव मैदान में उतरने के बाद ज्योति को त्रिकोणीय मुकाबले में जूझना पड़ रहा था।मोहल्ले के लोगों का कहना है कि इससे नाराज ज्योति के पिता और भाई ने अविनाश पर दबाव भी बनाया था कि वह पत्नी को चुनाव मैदान से हटा लें। अविनाश तैयार नहीं हुए। वोटिंग के दिन अविनाश ज्योति के वोट में सेंध लगाने में कामयाब हो गए। दोनों की लड़ाई में धर्मशीला देवी चुनाव जीत गईं। इस वजह से चुनाव के बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद काफी बढ़ गया था।अविनाश उर्फ नागा की हत्या के बाद पटना से पालीगंज तक शोक की लहर दौड़ गयी है। शुक्रवार को भाजपा नेता के घर में ताला लगा था। पास के रहने वाले एक युवक ने बताया कि गुरुवार की देर रात ही अविनाश के परिजन पैतृक निवास पालीगंज के पतौना गांव के लिए रवाना हो गए। पतौना गांव का माहौल पहले से ही मातम में तब्दील था। इधर, अविनाश को इंसाफ दिलाने के लिए उसके मोहल्ले के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर गए। शुक्रवार की शाम कैंडिल मार्च निकाला। कदमकुआं इलाके का भ्रमण करते हुए कारगिल चौक की ओर पहुंचे। लोगों ने पुलिस से हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है। पटना सिटी में भी कैंडिल मार्च निकालकर हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग हुई।

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