दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली:
मुंबई: सहयोगी दल शिवसेना के साथ संबंधों में तनाव के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने पाकिस्तानी गायक गुलाम अली को सुरक्षा देने के अपने फैसले के विरोध पर यह कहते हुए सवालिया लहजे पर पलटवार किया कि शिवसेना प्रमुख के परिवार ने उसी देश के क्रिक्रेटर जावेद मियांदाद की मेजबानी की थी।
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार पांच साल तक चलेगी। उन्होंने यह कहते हुए शिवसेना के साथ खटपट को तवज्जो नहीं दी कि गठबंधन में यह तो होना ही है। देवेंद्र फड़णवीस सरकार का शनिवार को एक साल पूरा हो रहा है।
…क्या जावेद की मेजबानी करने वाले पाकिस्तानी हो गए?
पाकिस्तान के गायक गुलाम अली के खिलाफ शिवसेना के विरोध को खारिज कर चुके फड़णवीस ने कहा, ‘मैंने (शिवसेना से) कह दिया कि यह निर्दिष्ट करने के लिए अलग रूपरेखा नहीं हो सकती कि कौन देशभक्त है। ‘ उन्होंने कहा, ‘क्या गुलाम अली ने कभी भारत के खिलाफ बयान दिया। वह जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आने वाले थे। यदि उन्हें सुरक्षा देने से हम पाकिस्तानी हो जाते हैं तो मतलब है कि जिन लोगों ने जावेद मियांदाद को अपने घर में आतिथ्य दिया वे भी पाकिस्तानी हो गए। ‘ वह वर्ष 2004 में मियांदाद द्वारा बांद्रा में शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के घर मातोश्री जाने का उल्लेख कर रहे थे। जब राकांपा ने बाल ठाकरे की आलोचना करने के लिए यह विषय (मियांदाद प्रकरण) उठाया था तो बाल ठाकरे ने 2010 में कहा था कि यह भेंट इस अनुरोध के लिए थी कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत में खेलने की इजाजत दी जाए लेकिन उन्होंने उसे खारिज कर दिया।
शिवसेना के सरकार का हिस्सा बने रहने का भरोसा
शिवेसना के साथ वाकयुद्ध के एक और दिन बाद कल देर रात दक्षिण मुम्बई में अपनी सरकारी निवास ‘वर्षा’ में फड़णवीस बातचीत के दौरान बेपरवाह दिखे। उन्होंने कहा, ‘हम अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। ‘ उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि शिवसेना हाल के अपने इस रुख के बावजूद भाजपा की अगुवाई वाली सरकार का हिस्सा बनी रहेगी और हम बृहन्मुम्बई महानगरपालिका का चुनाव भी मिलकर लड़ेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘दो अलग दल हैं और उनकी सोच एवं कार्यशैली में अंतर है। हमने पिछला विधानसभा चुनाव एक-दूसरे के खिलाफ लड़ा लेकिन हमें जो जनादेश मिला वह कांग्रेस-राकांपा के विरुद्ध था।’ लेकिन मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी जोड़ा, ‘यदि हमें 20-22 सीटें और आ जातीं तो हम सत्ता में अकेली एकमात्र पार्टी होते। ’ उन्होंने कहा, ‘कुछ चीजों पर सहमति होगी और कुछ चीजों पर असहमति। ’
कुछ ही घंटे पहले ठाणे में नगर निकाय चुनाव रैली में शिवेसना पर करारा प्रहार कर चुके फड़णवीस ने कहा, ‘कुछ खटपट तो होगी ही। दोनों ही दल समझते हैं कि गठबंधन सरकार में यह तो होगा ही। ’ कल होने जा रहे कल्याण डोम्बिली और कोल्हापुर नगर निकाय चुनाव के प्रचार अभियान में भाजपा एवं शिवसेना के बीच तेज वाकयुद्ध पर उन्होंने कहा, ‘ये स्थानीय चुनाव हैं और उनका राज्य की राजनीति पर कोई असर नहीं होगा।’