भारत-चीन के बीच 12वें दौर की वार्ता आज मोल्डो में
नई दिल्ली: भारत और चीन (India-China) के बीच पिछले साल अप्रैल महीने से पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनावपूर्ण हालात कायम हैं. दोनों देश तनाव को कम करने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं. हालांकि, पैंगोंग झील के किनारों समेत कई जगहों से डिस-एंगेजमेंट हुआ है, लेकिन अब भी कुछ ऐसे प्वाइंट्स बाकी रह गए हैं, जहां पर दोनों की सेनाएं आमने-सामने की स्थिति में हैं. इसको देखते हुए कल (शनिवार) भारत-चीन के बीच 12वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत होगी.
भारतीय सेना के सूत्र के अनुसार, कोर कमांडर स्तर की यह बातचीत आज सुबह करीब साढ़े दस बजे वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से मोल्डो में होगी. इस बातचीत में उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देश के सैन्य अधिकारी हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स क्षेत्रों से डिस-एंगेजमेंट को लेकर चर्चा कर सकते हैं.
पिछले दिनों एलएसी विवाद को खत्म करने के लिए चीन ने 26 जुलाई को बातचीत करने का सुझाव दिया था, जिसे भारत ने कारगिल विजय दिवस के चलते खारिज कर दिया था. भारत ने चीन से नई तारीख तय करने के लिए कहा था. अब 12वें दौर की यह बातचीत शनिवार सुबह होने जा रही है. दोनों देशों के बीच अब तक कुल 11 दौर की बातचीत हो चुकी है. इन बातचीत की वजह से ही कई जगह पर दोनों सेनाएं पीछे हटी हैं, लेकिन अब भी डेपसांग प्लेंस, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स में तनाव बरकरार है.
वहीं, भारतीय पक्ष स्पष्ट कर चुका है कि वह कंप्लीट डिसइंगेजमेंट के लिए तभी सहमत होगा जब एक साथ और एक समान वापसी पर सहमति बनेगी. इस मुद्दे पर बीते महीने विदेश मंत्रालय ने भी कहा था कि दोनों पक्ष एलएसी के साथ सभी विवादित क्षेत्रों से पूरी तरह से पीछे हटने के लिए अगले दौर की बातचीत आयोजित करने के लिए सहमत हो गए हैं.
पिछले साल अप्रैल महीने में पूर्वी लद्दाख की एलएसी पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं. इसके बाद कई बार चीन की चालबाजियों की वजह से हालात अत्यधिक तनावपूर्ण हो गए. पिछले साल मध्य जून में गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे. हालांकि, चीन ने टकराव में मारे गए सैनिकों की वास्तविक संख्या की जानकारी नहीं दी थी.