नई दिल्ली: विदेशमंत्री सुषमा स्वराज दो दिन का पाकिस्तान दौरा पूरा करके बुधवार रात लौट आई हैं और वहां जो भी बातचीत हुई और इस बातचीत को शुरू करने के फैसले के पीछे की वजह क्या रही, इन दोनों ही मुद्दों पर सुषमा स्वराज आज संसद में बयान देंगीं।
पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है भारत
दरअसल, सुषमा स्वराज की पाकिस्तानी पीएम के विदेश मामलों के जानकार सरताज अजीज से द्विपक्षीय बातचीत तो हुई ही, साथ ही साथ उनकी मुलाकात पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से भी हुई। जहां उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है।
समग्र बातचीत का सिलसिला शुरू होगा
बाद में सुषमा ने ऐलान किया कि दोनों देशों के बीच सभी मुद्दों पर कॉम्प्रिहेन्सिव बायलेटरल डायलॉग यानी समग्र बातचीत का सिलसिला एक बार फिर से शुरू होगा, जो 2008 के मुंबई हमलों के बाद बंद हो गया था। दोनों देशों के साझा बयान में पाकिस्तान ने मुंबई हमले की सुनवाई में तेजी लाने का भरोसा दिलाया है।
साझा बयान में कश्मीर मुद्दा नहीं
इस बार के साझा बयान की खास बात कश्मीर शब्द का जिक्र नहीं होना है। इससे पहले सितंबर में NSA लेवल की बातचीत के एजेंडे में पाकिस्तान कश्मीर शब्द जोड़ना चाहता था, जिस पर भारत ने सख्त ऐतराज जताया था और बाद में बाचतीत रद्द हो गई थी। साझा बयान में दोनों देशों की ओर से आतंकवाद की निंदा और इसके खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही गई है।