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भारत सिर्फ हाईस्‍पीड ट्रेन नहीं, हाई स्पीड तरक्की भी चाहता है: भारत-जापान बिजनेस फोरम में पीएम

modi-shinzo-abe-asean-meet_650x400_71448089583नई दिल्‍ली: भारत-जापान बिजनेस फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को केवल हाई स्‍पीड ट्रेन ही नहीं, बल्कि हाई स्‍पीड तरक्‍की भी चाहिए। उद्योगपतियों के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, जापान भारत से कार आयात करेगा। जापान में मिशन मेक इन इंडिया है और जापानी कंपनी की कार भारत में बनेंगी।

वहीं, जापान के पीएम शिंजो आबे ने भी इस अवसर पर कहा कि मजबूत भारत जापान के लिए अच्छा है और मजबूत जापान भारत के लिए अच्छा है। उन्‍होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की नीतियां बुलेट ट्रेन की तरह हैं। नीतियों को लागू करने के लिए गति बेहद महत्वपूर्ण है।

उल्‍लेखनीय है कि जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के भारत दौरे का आज दूसरा दिन है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी सालाना शिखर वार्ता होगी, जहां दोनों देशों के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन नेटवर्क के लिए 98,000 करोड़ रुपये के करार के साथ-साथ कई अहम समझौते होने की उम्मीद है। वार्ता के बाद दोनों प्रधानमंत्री वाराणसी जाएंगे, जहां दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में होंगे शामिल।

विशेष रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर होगा ज़ोर होगा
वार्ता में दोनों देशों के बीच बेहतर तालमेल बिठाने और विशेष रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर ज़ोर होगा। शिखर वार्ता के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री पिछले एक साल में लिए गए द्विपक्षीय फ़ैसलों पर प्रगति की समीक्षा करेंगे। पिछले साल टोक्यो में हुई शिखर वार्ता के दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों का स्तर बढ़ाकर विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी के स्तर पर ले जाने पर सहमति जताई थी।

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में हिस्सा लेंगे दोनों पीएम
सालाना शिखर वार्ता के बाद जापानी पीएम शिंज़ो आबे पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगे। दोनों देशों के प्रधानमंत्री यहां दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी और शिंज़ो आबे के आगमन को लेकर वाराणसी में ख़ास तैयारियां हो रही हैं। गंगा घाटों की सफ़ाई के लिए मुंबई से स्टीमर मंगाए गए हैं। घाटों को ख़ूबसूरती से सजाया जा रहा है। प्रशासन भी चाक-चौबंद है। हर चौक-चौराहों पर पुलिस की नाकेबंदी है। पिछले साल अगस्त में जब पीएम मोदी जापान गए थे तो दोनों देशों के बीच वाराणसी को जापान के शहर क्योतो के तर्ज पर बसाए जाने का समझौता हुआ था।

 

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