भारतवासी एक कौम, संविधान धार्मिक ग्रंथ की तरह : हामिद अंसारी
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
हरदोई। देश के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गुरुवार को कहा कि भारतवासी एक कौम का नाम है। उन्होंने कहा कि हर धर्म की धार्मिक किताबों से हटकर भी सभी नागरिकों के लिए एक धार्मिक ग्रंथ है, जिसका नाम संविधान है। यह हर नागरिक को जिंदा रहने का हक और अधिकार देता है।उपराष्ट्रपति और राज्यपाल राम नाईक गुरुवार को यहां सांसद नरेश अग्रवाल के जन्मदिवस पर आयोजित कौमी एकता सम्मेलन में आए थे।उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी कौमी एकता को लेकर जलसे हो रहे हैं, इसका मतलब ही है कि कहीं न कहीं कुछ कमी जरूर है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह यह देखे कि दिल मिल रहे हैं या नहीं। यदि दिल नहीं मिलते तो फिर विचार भी नहीं मिलेंगे। देश को एकता की जरूरत है। पूरे भारतवासी एक कौम हैं। देश के सभी लोगों को उनका हक मिलना चाहिए।उपराष्ट्रपति ने कहा कि सभी देशवासियों को सुरक्षा मिले। सबको सुरक्षा देना सरकारों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम से यही सबक मिलता है कि एक-दूसरे से प्रेम करें और एक दूसरे की सुरक्षा करें।वहीं राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि हरदोई से ‘हम सब एक हैं’ का संदेश जा रहा है। फिरोजाबाद में मुसलमान चूड़ियां बनाते हैं और हिंदू महिलाएं पहनती हैं। इसे एकता कहते हैं। देश में इस वक्त खराब माहौल है, इसे चुनौती के रूप में लेकर निपटने की जरूरत है।