भारतीय इंजीनियर के हत्यारे को 165 महीने की सजा
वाशिंगटन : अमेरिका की कंसास सिटी में पिछले साल एक भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की जातीय नफरत के चलते हत्या करने वाले अमेरिकन नेवी के सेवानिवृत्त अफसर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। अमेरिकी नौसेना में रह चुके 52 वर्षीय एडम प्यूरिंटन ने 22 फरवरी, 2017 को ‘गेट आउट ऑफ माई कंट्री’ चिल्लाते हुए 32 वर्षीय कुचिभोटला को गोली मार दी थी। इसी साल मार्च में प्यूरिंटन ने कुचिभोटला की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया। प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या के अलावा कुचिभोटला के दोस्त आलोक मदासनी और पास में ही खड़े एक अन्य व्यक्ति की हत्या की कोशिश करने का दोषी पाया गया, पूरी घटना ओलेथ सिटी के एक बार में घटी थी। कुचिभोटला के परिवार में उनकी पत्नी सुनैना दुमला हैं, अदालत के फैसले के बाद सुनैना ने कहा की मेरे पति की हत्या के मामले में जो सजा सुनाई गई है, उससे मेरे पति तो वापस नहीं आएंगे, लेकिन यह सजा एक कड़ा संदेश जरूर देती है कि नफरत को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता।
कुचिभोटला को गोली मारने के बाद प्यूरिंटन बार से भागने लगा तो कुचिभोटला के दोस्त आलोक और एक अन्य व्यक्ति ने उसका पीछा किया। इस पर प्यूरिंटन ने उन पर भी गोलियां चला दी थीं। कंसास सिटी के एक फेडरल कोर्ट ने शुक्रवार को प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या के लिए उम्रकैद और दो अन्य लोगों की हत्या की कोशिश करने के प्रत्येक जुर्म के लिए 165 महीने की सजा सुनाई।
: अमेरिका की कंसास सिटी में पिछले साल एक भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की जातीय नफरत के चलते हत्या करने वाले अमेरिकन नेवी के सेवानिवृत्त अफसर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। अमेरिकी नौसेना में रह चुके 52 वर्षीय एडम प्यूरिंटन ने 22 फरवरी, 2017 को ‘गेट आउट ऑफ माई कंट्री’ चिल्लाते हुए 32 वर्षीय कुचिभोटला को गोली मार दी थी। इसी साल मार्च में प्यूरिंटन ने कुचिभोटला की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया। प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या के अलावा कुचिभोटला के दोस्त आलोक मदासनी और पास में ही खड़े एक अन्य व्यक्ति की हत्या की कोशिश करने का दोषी पाया गया, पूरी घटना ओलेथ सिटी के एक बार में घटी थी। कुचिभोटला के परिवार में उनकी पत्नी सुनैना दुमला हैं, अदालत के फैसले के बाद सुनैना ने कहा की मेरे पति की हत्या के मामले में जो सजा सुनाई गई है, उससे मेरे पति तो वापस नहीं आएंगे, लेकिन यह सजा एक कड़ा संदेश जरूर देती है कि नफरत को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता।
कुचिभोटला को गोली मारने के बाद प्यूरिंटन बार से भागने लगा तो कुचिभोटला के दोस्त आलोक और एक अन्य व्यक्ति ने उसका पीछा किया। इस पर प्यूरिंटन ने उन पर भी गोलियां चला दी थीं। कंसास सिटी के एक फेडरल कोर्ट ने शुक्रवार को प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या के लिए उम्रकैद और दो अन्य लोगों की हत्या की कोशिश करने के प्रत्येक जुर्म के लिए 165 महीने की सजा सुनाई।