रायपुर: यूं तो छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में अभी कुछ समय है लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भी मंथन करना प्रारंभ कर दिया है। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंत्रियों, भाजपा नेताओं से चर्चा करना प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों और प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को स्पष्टतौर पर कहा कि वे पार्टी के लक्ष्य के लिए कार्य नहीं कर सकते हैं तो उन्हें आराम करना चाहिए।
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उन्होंने पदाधिकारियों को 90 में से 70 सीट पर जीत प्राप्त करने का लक्ष्य भी दिया। उन्होंने पदाधिकारियों से उन बूथ्स पर काम करने की बात कही जो कि कमजोर हैं। उनका कहना था कि हमें एक मजबूत सरकार बनानी होगी। उनका कहना था कि पार्टी की सीट 49 हैं। अमित शाह 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति को फाईनल स्वरूप देने की जरूरत है। वे लगभग 22 बैठक लेंगे। अमित शाह ने पार्टी के प्रचार के लिए किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा की।
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अमित शाह ने मैदानी कार्य सही तरह से न होने पर नेताओं को फटकारा। उन्होंने कहा कि काम अभी तक नहीं हुआ है और बैठक आनन फानन में की जा रही है। जब धान बोनस को लेकर उन्हें निराशाभरी जानकारी मिली तो उन्होंने कहा कि जो काम नहीं कर सके हैं उसकी बात न करें। उन्होंने जिला संगठन प्रभारियों को निर्देश दिए कि 15 अगस्त 2018 तक उन्हें प्रतिदिन के लक्ष्य को तय करना होगा।
उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में कमजोर बच्चों को एडमिशन मिल सके ऐसा भी नहीं हुआ है। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिल नहीं पाता है। ऐसे में प्रयास करें कि लोगों को लाभ मिले। उन्होंने नक्सली हमलों और नक्सलवाद से होने वाले नुकसान पर भी चिंता जताई। उनका कहना था गरीबी और बेरोजगारी से युवा भटक रहे हैं।