उल्लेखनीय है कि एसबीआई के छह सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक का उसमें विलय एक अप्रैल 2017 से प्रभावी है। बैंक ने जो सूची जारी की है उनमें इन शाखाओं के पुराने नाम और आईएफएससी कोड का भी जिक्र किया गया है। देश के सबसे बड़े ऋणदाता बैंक मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में स्थित शाखाओं के आईएफएससी कोड बदल दिए गए हैं।
गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, जिसकी देशभर में 22,428 शाखाएं हैं। भारतीय महिला बैंक और एसबीआई के सहयोगी बैंकों के विलय के बाद स्टेट बैंक ने 1,805 शाखाओं को घटाया और 244 प्रशासनिक कार्यालयों को पुनर्निर्धारित किया है।
ग्राहकों को नहीं होगी कोई समस्या
बैंक के प्रबंध निदेशक प्रवीण गुप्ता ने कहा कि हमारी कुछ पुराने एसोसिएट शाखाएं एसबीआई शाखाओं के साथ विलय कर रही हैं। जब यह विलय होता है, तो आईएफएससी कोड बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि ग्राहकों को आईएफएससी कोड में बदलाव के बारे में वेबसाइट के माध्यम से सूचित कर दिया गया है, और आंतरिक रूप से बैंक ने उन्हें नए कोड में मैप कर लिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई ग्राहक किसी प्रकार का भुगतान पुराने आईएफएससी कोड के आधार पर करता है तो उसे नए कोड के साथ मैप कर दिया जाएगा। बैंक ने ग्राहकों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने का आश्वासन दिया है।
पुराने और नए नाम और आईएफएससी कोड वेबसाइट पर मौजूद
बैंक ने अपनी वेबसाइट पर पुराने और नए नामों और आईएफएससी कोड के साथ शाखाओं की सूची डाल दी है। आईएफएससी, 11-अंकीय अल्फा-न्यूमेरिक कोड है जिससे सभी बैंक शाखाओं की विशिष्ट पहचान होती है।
इन बैंकों का हुआ विलय
इस साल अप्रैल में एसबीआई ने अपने पांच सहयोगी बैंकों- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर- और भारतीय महिला बैंक को अपने आप में विलय कर लिया है।