मंगल पर चल भी चल रही है धूल भरी आंधी, नासा के रोवर ने भेजी तस्वीर
लंबे समय से मंगल ग्रह का अध्ययन कर रहे नासा के अंतरिक्ष यान ‘क्यूरियोसिटी रोवर’ ने अपने कैमरे में एक दिलचस्प घटना कैद की है। रोवर ने मंगल ग्रह पर धूल भरी आंधी चलने की तस्वीरें कैद की हैं।
नासा मीडिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि धूल से भरी आंधी का गुबार लाल ग्रह पर पिछले दो सप्ताह से इसके बड़े हिस्से पर छाया हुआ है। मंगल पर चल रहा यह तूफान इतना चिंताजनक है कि अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगल के अध्ययन को लेकर सभी रिसर्च कार्यों को स्थगित करने का फैसला किया है।
क्योंकि क्यूरोसिटी रोवर का अधिकतर कार्य सौर ऊर्जा पर निर्भर हैं। ऐसे में ‘क्यूरियोसिटी रोवर’ को चालू रखने के लिए उसमें लगी न्यूक्लियर पावर बैट्री दिन रात चल रही है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि यह धूल का गुबार लगातार अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है। वैज्ञानिकों ने मंगल पर चल रही इस घटना को ‘ग्रह को घेरने वाला’ (प्लेनिट-एन्सर्कल) डस्ट इवेंट का नाम दिया है। हालांकि मंगल ग्रह में दूसरी ओर ‘क्यूरियोसिटी रोवर’ चालू है, लेकिन इसके ऊपर धूल बढ़ती जा रही है और यह धूल दोगुनी हो सकती है।
यान के आस-पास ऐसा माहौल बन गया है जिससे उसे सूर्य का प्रकाश नहीं मिल पा रहा। सूर्य की रोशनी रोकने वाली इस घटना को ‘ताउ’ नाम दिया गया है। जो अभी गेल क्रेटर से 8.0 की ऊंचाई पर है। नासा के मंगल मिशन में यह अब तक का सबसे ऊंचा ‘ताउ’ रिकॉर्ड किया गया है।
मंगल की कक्षा में स्पेस एयरक्राफ्ट के साथ मौजूद ‘क्यूरियोसिटी रोवर’ पहली बार लाल ग्रह में चल रही धूल भरी आंधी के बार में वैज्ञानिकों को समझने में मदद करेगा। इस यंत्र की मदद से मंगल की सतह और ऊपरी हिस्से की धूल के बारे में जानकारी मिलेगी। इससे पहले 2007 में मंगल ग्रह पर धूल भरा तूफान आया था जो पूरे ग्रह को घेर लिया था। रोवर मंगल पर पांच साल पहले मंगल पर उतरा था। तब से लेकर यह रोजाना वहां होने वाली सारी हलचल की तस्वीरें भेज रहा है।