मदनी के बयान पर देवबंद मुखर
देवबंद (सहारनपुर)। जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य मौलाना महमूद मदनी के बयान पर भले ही उर्दू मीडिया ने खामोशी ओढ़ ली है लेकिन यहां विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद इस पर बहुत मुखर है। श्री मदनी ने 15 अकटूबर को यह बयान देकर राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी थी कि धर्मनिरपेक्ष ताकतें खासकर कांग्रेस मुसलमानों को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मदीवार एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का भय दिखाकर अल्पसंख्यकों के वोट पाने का प्रयास कर रही है। दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ सदस्य एवं राजनीतिक विश्लेषक मौलाना अब्दुल्ला जावेद ने कहा कि उर्दू मीडिया ने मदनी के बयान को खास तवज्जो नहीं दी है। उन्होंने कहा कि चुनावी माहौल के दौरान ऐसे बयान आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी ने भाजपा के समर्थन की अपील कर दी थी लेकिन मजहबी नेताओं से जनता प्रभावित नहीं होती।