ममता बनर्जी ने कहा- बंगाल में है विविधता में एकता, यहां जाति, धर्म आधार पर नहीं बंटे लोग
कोलकाता: नागरिकता (संशोधन) विधेयक (सीएबी) की पृष्ठभूमि में भाजपा नित केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि बंगाल में जाति, पंथ और धर्म के आधार पर लोग नहीं बंटे हुए हैं क्योंकि विविधता में एकता बंगाल की आत्मा के मूल में बसा हुआ है।
पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत पर्यटननगरी दीघा में आयोजित बिजनेस समिट 2019 के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा, ‘बंगाल की आत्मा के मूल में विविधता में एकता है और हम लोगों को जाति, पंथ और धर्म के आधार पर नहीं बांटते। हम एकजुट रहने में विश्वास करते हैं। हम एक परिवार हैं और यहां रह रहा कोई भी नहीं कह सकता है कि वह वंचित है।’
उल्लेखनीय है कि बुधवार को तृणमूल प्रमुख ने जब उक्त बयान दिया तब राज्यसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर चर्चा चल रही थी। तृणमूल प्रमुख पहले से ही उक्त विधेयक का विरोध कर रही हैं। उन्होंने एनआरसी और सीएबी को एक ही सिक्के का दो पहलू करार दिया था।
इससे पहले राज्यसभा में विधेयक का भारी विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि यह विधेयक भारत और बंगाल विरोधी है। उन्होंने कहा कि बंगालियों को राष्ट्रभक्ति सिखाने की जरूरत नहीं है और अंडमान की जेलों में बंद कैदियों में 70 फीसद बंगाली थे।