अगर आप उत्तराखंड में मसूरी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए खास मौका है। मसूरी में इस बार सालों बाद इतनी भारी बर्फबारी हुई है।पर्यटननगरी मसूरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। होली से ऐन पहले वर्ष 1998 के बाद मार्च में बर्फवारी हुई है। तब 3 मार्च को होली के दिन नगर में बर्फवारी हुई थी।
रात करीब एक बजे से झमाझम बर्फवारी हुई। आंख खुलते ही लोगों ने बर्फ की सफेद चादर देखी। पर्यटकों ने जमकर बर्फवारी का आंनंद लिया। होली और लंबा वीकेंड होने और साथ ही हिमपात ने चार चांद लगा दिए हैं। शनिवार पूरे दिन रुक-रुककर बारिश और ओले गिरते रहे। ऊंचाई वाले लाल टिब्बा, सरजार्ज एवरेस्ट में दो से तीन इंच तक बर्फवारी हुई। जबकि बाजारों में आधा इंच बर्फ की परत जमी।
घरों की छत, पार्किंग में खड़े वाहनों पर बर्फ की परत जम गई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटकों ने बर्फ से जमकर अटखेलियां की। लाल टिब्बा में लोगों ने जमकर बर्फवारी का मजा लिया। चाय की चुस्कियों के साथ लाल टिब्बा चार दुकान पर सबसे अधिक भीड़ दिखाई दी। हिमपात से मसूरी-चंबा-टिहरी मोटर मार्ग यातायात के लिए बंद हुआ। धनोल्टी और कद्दूखाल में भारी हिमपात के चलते यातायात ठप हो गया है।