महाराष्ट्र: सामना में शिवसेना का भाजपा पर हमला, अमित शाह का दौरा रद्द
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों को लेकर अबतक सहमति नहीं बन पाई है। इस तना-तनी के बीच गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपना मुंबई दौरा फिलहाल रद्द कर दिया है। इधर, दोनों ही पार्टियों के अपनी शर्तों पर अड़े होने के बीच शिवसेना ने सेना प्रमुख के हालिया बयान और कश्मीर के हालात को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय के जरिए शिवसेना ने साफ कहा है कि सेना प्रमुख को ऐसे समय में राजनीतिक लाभ लेने वाले इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। मालूम हो कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने चेन्नई में कहा था कि बालाकोट में एक बार फिर आतंकी कैंप सक्रिय हो गए हैं और कश्मीर में 500 आतंकी घुसपैठ की तैयारी में हैं।
शिवसेना ने सामना में लिखा है कि ऐसी जानकारी जारी कर हमारे सेना प्रमुख ने क्या हासिल किया है? कश्मीर में क्या चल रहा है इसकी जानकारी अभी तक जारी नहीं की गई है, लेकिन बालाकोट हमले की याद दिलाई जा रही है।
मालूम हो कि चार दिन पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में सरकार से जनता उकता चुकी है और पुलवामा जैसी कोई घटना ही महाराष्ट्र में भाजपा के लिए हवा बदल सकती है।
उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले लोगों में मोदी सरकार के खिलाफ बहुत गुस्सा था, लेकिन पुलवामा हमले और उसके बाद हुए बालाकोट एयर स्ट्राइक ने पूरी स्थिति बदल दी। यहां भी केवल पुलवामा हमले जैसी स्थिति ही लोगों की सोच को बदल सकती है। पवार के बयान के बाद ही सेना प्रमुख ने बालाकोट पर बयान दिया, जिसकी आलोचना शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में किया है।
सीट बंटवारा तय होने की थी उम्मीद, लेकिन शाह का दौरा रद्द
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 26 सितंबर का अपना प्रस्तावित मुंबई दौरा रद्द कर दिया है। शाह का यह दौरा ऐसे समय में रद्द हुआ है, जब भाजपा-शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे की घोषणा होने की उम्मीद की जा रही थी।
भाजपा और शिवसेना के बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम दौर में पांच फॉर्मूले सामने थे, लेकिन किसी एक पर सहमति नहीं बन पाई। भाजपा 170-118 पर अड़ी है, जबकि शिवसेना ने स्पष्ट किया है कि भाजपा गठबंधन के समय किए गए 50-50 का वादा निभाए। सूत्रों का कहना है कि फार्मूले के साथ 10 ऐसी सीटें भी हैं जिन पर दोनों ही अपना दावा छोड़ना नहीं चाहते।
ये हैं पांच फार्मूले
भाजपा-शिवसेना 135-135, साथी दल-18
भाजपा 170, शिवसेना 118, साथी दल-भाजपा के कोटे से
भाजपा 162, शिवसेना-126, साथी दल भाजपा के कोटे से
भाजपा 150, शिवसेना-120, साथी दल-18
भाजपा-145, शिवसेना-125, साथी दल-18