महाराष्ट्र : यवतमाल में फसल तबाह होने से परेशान किसान ने की खुदकुशी
यवतमाल: महाराष्ट्र में यवतमाल के नेर तहसील में फसल बर्बाद होने से परेशान एक और किसान ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। मृतक ने तीन अलग अलग सुसाइड नोट में अपनी पूरी कहानी बयां करते हुए जिले के प्रभारी मंत्री से उम्मीद जताई है कि मौत के बाद उसे कर्ज माफी मिल जाएगी। नेर के प्रभारी मंत्री संजय राठौड़ हैं, जहां जनवरी से अबतक 60 से ज्यादा किसान खुदकुशी कर चुके हैं।
बैंक, साहूकार के कर्जे से परेशान विशाल पवार ने रोज रोज के तगादे से बेहतर समझा, कुंए में कूदकर खुदकुशी करना। मौत को गले लगाने से पहले ज़िले के पालक मंत्री, बैंक और घरवालों के नाम 3 अलग-अलग ख़त लिखे, मंत्रीजी से दरख्वास्त की “मुझे उम्मीद है, मेरी मौत के बाद पूरा कर्ज़ माफ हो जाएगा”।
विशाल के पिता नामदेव पवार ने कहा, ‘उसने 15 एकड़ में सोयाबीन की बुवाई की थी, लेकिन पूरी फसल बर्बाद हो गई, हम उसे शहर भेजने वाले थे लेकिन उससे पहले ही वो हमें छोड़ कर चला गया। विशाल सुबह सुबह खेत गया था, काफी देर तक घर नहीं लौटा रिश्तेदार ढूंढने गए तो कुंए में उसकी लाश पड़ी थी। कुएं के पास जूते और तीन खत। सोयाबीन की फसल के लिए नेर अर्बन बैंक से डेढ़ लाख का कर्ज लिया था, लेकिन 30 एकड़ में महज 11 बोरे भर फसल आई, साहूकार का कर्ज अलग।
महाराष्ट्र में सूखे से परेशान हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं, सरकार में शामिल शिवसेना खुद पीड़ित किसानों में चेक बांट रही है, कह रही है सरकारी संवेदना किसानों के साथ है, लेकिन किसानों को कर्ज माफी नहीं देने के मुद्दे पर विपक्ष आक्रामक है।