नई दिल्ली: बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर विद्या बालन का कहना है कि प्रत्येक महिला के लिए सशक्तिकरण एक निजी मुद्दा होना चाहिए और इसे बाद में एक राष्ट्रीय मुद्दा समझा जाना चाहिए। विद्या बालन ने कहा, ‘‘मेरे ख्याल से हमें प्रत्येक महिला को सशक्त होने का अहसास कराने के लिए अभी एक लंबा रास्ता तय करना है। लेकिन मुझे लगता है कि एक-एक दिन बीतने के साथ ही कुछ महिलाओं को अपने सामथ्र्य का पता चल रहा है, इसलिए महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है। सबसे पहले यह एक निजी मसला है, उसके बाद एक क्षेत्रीय, एक राष्ट्रीय और उसके बाद एक वैश्विक मुद्दा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे ख्याल से सबसे जरूरी यह है कि इसे एक निजी मसले के रूप में लेना शुरू करना होगा, क्योंकि हम सभी को अपनी शक्ति और सामर्थ्य स्वयं तलाशनी होगी।’’ विद्या का मानना है कि हर कोई अपनी मनचाही जिंदगी जीने की हिम्मत जूटा सकता है। वह खुद भी अपनी शर्तो पर जिंदगी जीती हैं और इस बात से खुश हैं कि इन दिनों फिल्म जगत में महिलाएं लाभ पा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘ मुझे यह कहते हुए बहुत फख्र महसूस होता है कि मैं लीक से हटकर कुछ फिल्मों का हिस्सा रही हूं। मैं खुशकिस्मत रही हूं।’’