महिलाएं जरूर करें गुलकंद का सेवन
जीवनशैली : गुलकंद को पान के साथ तो सभी ने खाया होगा।गुलकंद यानि की गुलाब से बना हुआ मिष्ठान। भारत में अक्सर खाने के बाद मीठे में गुलकंद लिया जाता है, कुछ लोग इसी पान के साथ खाते है तो कुछ इसे वैसे ही लेना पसंद है। गुलाब की पंखुड़ियों से बनने वाला गुलकंद स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए भी अच्छा होता है। गुल का अर्थ है फूल और कंद का अर्थ आरबी भाषा में मिठास होता है। गुलकंद गुलाब की पंखुड़ियो को धूप में पका कर कैरामैलाइज करके बनाया जाता है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें सौंफ भी मिक्स की जाती हैं।
-गुलकंद का नियमित सेवन दिमाग के लिए भी बेहद लाभकारी है। बस एक चम्मच गुलकंद सुबह और शाम के वक्त खाने से न केवल आपके दिमाग को तरावट मिलेगी, दिमाग शांत भी रहेगा और गुस्सा भी नहीं आएगा।
-गुलकंद शरीर के अंगों को ठंडक प्रदान करता है। गर्मी के मौसम में इस खाने से सुस्ती, खुजली,बदन दर्द, थकान जैसी समस्याएं दूर रहती हैं। तीखे धूप के कारण सनस्ट्रोक या नाक बह रही हो तो धूप में निकलने से पहले दो चम्मच गुलकंद के खा लें।
-रोजाना गुलकंद का सेवन कब्ज से निजात दिलाएगा। इतना ही नही यह आंतो के अल्सर, सूजन की सही रख कर लिवर को मजबूत करता है। इससे भूख व पाचन क्रिया भी ठीक रहती है। अगर कब्ज की समस्या है तो रोज रात को सोने से पहले गुलकंद खा ले जल्द ही आराम मिल जाएगा।
-आंखों की रोशनी बढ़ाने और ठंडक प्रदान करने के लिए गुलकंद का उपयोग करना बेहतर तरीका है। आंखों की रेडनेस को कम करने के साथ यह मुंह के छाले को भी दूर करता है। पिंपल्स को दूर कर त्वचा पर पड़े हुए दाग धब्बो को भी दूर करने में मदद करता है।
-स्ट्रेस को कम करने के लिए गुलकंद बहुत ही अच्छा टॉनिक है। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को स्ट्रांग कर शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है।
-पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग, अनियमित ब्लीडिंग या ल्यूकोरिया की समस्या रहती है तो रोजना एक चम्मच गुलकंद लेने से यह समस्या दूर होगी।
-रोज गुलकंद का एक चम्मच खाने से मसूड़े व दांत मजबूत रहते है। इतना ही अगर में मुंह में छाले हो गए है तो गुलकंद खाने से बहुत ही जल्द आराम मिलेगा।